गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 31 मार्च। फिंगेश्वर थाना क्षेत्र के बहेरापाल में एक ही परिवार के 3 लोगों ने जहर खा लिया, जिससे 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि तीसरे का इलाज मेकाहारा में जारी है। पुलिस को मंगलवार सुबह आसपास के लोगों ने घटना की जानकारी दी थी। घटना के वक्त दंपत्ति की बहू होली मनाने मायके गई हुई थी। घटना के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। मंगलवार को ही दंपत्ति का अंतिम संस्कार कर दिया गया। बुधवार दोपहर तक सामूहिक खुदकुशी का कारण अज्ञात है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार बहेरापाल निवासी दुर्गेश साहू (50) अपनी पत्नी पुनिया बाई (48) और बेटे पुष्पेन्द्र (24) ने कीटनाशक का सेवन कर लिया। मंगलवार सुबह जब काफी देर तक भी उनके घर का दरवाजा नहीं खुला, तो घर के बगल में रहने वाले जागेश्वर साहू ने अपने घर की छत से झांककर देखा। आंगन में पुष्पेन्द्र बेहोशी की हालत में दिखाई दिया। इसके बाद उसने आसपास के लोगों को जानकारी दी।
लोगों ने किसी तरह दुर्गेश के घर का दरवाजा खोला। अंदर कमरे में दुर्गेश और उसकी पत्नी पुनिया बाई बिस्तर पर पड़े हुए थे। तीनों ने खेत में छिडक़ने वाले कीटनाशक दवाई का सेवन किया था, जिसकी बदबू उनके शरीर के साथ-साथ पूरे घर में फैल गई थी। तीनों को तत्काल संजीवनी 108 की सहायता से राजिम के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया।
एक का इलाज जारी
अस्पताल में डॉक्टरों ने दुर्गेश को मृत घोषित कर दिया, जबकि उसकी पत्नी पुनिया बाई और बेटे पुष्पेन्द्र की गंभीर हालत को देखते हुए तत्काल मेकाहारा रायपुर भेजा गया। कुछ घंटे बाद इलाज के दौरान पुनिया बाई की भी मौत हो गई। पुष्पेन्द्र की हालत समाचार लिखे जाने तक खतरे से बाहर बताई जा रही है।
पत्नी होली मनाने अपने मायके गई हुई थी।
जानकारी के मुताबिक बेटे पुष्पेन्द्र की शादी हो चुकी है। घटना के वक्त उसकी पत्नी होली मनाने अपने मायके गई हुई थी। तीनों के द्वारा सामूहिक आत्महत्या का निर्णय क्यों किया गया ?, इसका पता पुलिस की विस्तृत जांच के बाद ही लग पाएगा। फिलहाल घटना के बाद से गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।