गरियाबंद
जंगल न जाने मुनादी, वनकर्मी रख रहे नजर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मैनपुर, 1 अप्रैल। हाथियों का दल लगातार वन परिक्षेत्र नवागढ़ और धवलपुर में विचरण करने के बाद होली पर्व के दिन सिकासार मुख्य मार्ग को एक बार फिर पार कर वन परिक्षेत्र मैनपुर के जंगलों में पहुंच गया है। जिससे क्षेत्र के ग्रामीणों में दहशत है। ग्रामीण महुआ सीजन होने के बावजूद वनोपज महुआ संग्रहण करने जंगल की तरफ तो दूर खेत और नदी किनारे तक नहीं जा पा रहे हैं। हाथी मित्रदल व वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी लगातार हाथियों पर नजर रखे हैं।
इस संबंध में मैनपुर के एसडीओ राजेन्द्र प्रसाद सोरी ने बताया कि हाथियों का दल नवागढ़, धवलपुर वन परिक्षेत्र को पार कर मैनपुर के वन परिक्षेत्र में पहुंच गये हंै, और 15 की संख्या में हाथी दल में मौजूद है। वन विभाग द्वारा ग्रामीणों को जंगल की तरफ सुरक्षा की लिहाज से जाने के लिए मना किया जा रहा है।
तहसील मुख्यालय मैनपुर से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर हाथियों का दल मौजूद है। दल में दो शावक भी हंै, जिसके चलते हाथियों का दल काफी आक्रमक नजर आ रहा है। अपने रास्ते में आने वाले पेड़-पौधों और फसलों को चौपट करते हाथियों का दल लगातार क्षेत्र के जंगल में पिछले एक सप्ताह से विचरण कर रहा है। इस दल में होली से पहले 13 हाथियों का दल था। बिछड़े दो हाथी और मिल गये हंै, अब हाथियों के दल में कुल 15 हाथी हो गये हंै।
ज्ञात हो कि एक पखवाड़ा पूर्व हाथी दो दलों में बंट गये थे, जिसमें एक दल धमतरी जिला की सीमा पर लगातार अपनी उपस्थिति दे रहा है और दूसरा दल जिसमें दो शावक हैं, यह दल मैनपुर वन परिक्षेत्र के ग्राम लूठापारा, धोबीपारा, खोलापारा के कक्ष क्रमांक 890, 898 और 891 में लगातार विचरण कर रहे हैं। हाथियों का दल एक बार फिर मैनपुर वन परिक्षेत्र में आ जाने से क्षेत्र के ग्रामीणों में दहशत देखने को मिल रही है। ग्रामीण महुआ सीजन होने के बावजूद वनोपज महुआ संग्रहण करने जंगल की तरफ तो दूर खेत और नदी किनारे तक नहीं जा पा रहे हैं।
कल शाम पांच बजे के आसपास हाथियों का दल धोबीपारा के आगे पैरी नदी में अठखेलियां करते नजर आए और नदी किनारे हाथियों का दल डेरा जमाए हुए हैं, तथा बांस के पौधे इनके लिए बेहतर साबित हो रहा है। बांस के जंगल में हाथी लगातार मौजूदगी दे रहे हैं, वहीं दूसरी ओर हाथी मित्रदल व वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी लगातार हाथियों पर नजर रखे हंै, और ग्रामीणों को अकेले जंगल की तरफ नहीं जाने की अपील कर रहे हंै।