राजनांदगांव
सूली में चढ़ाने की घटना पर याद किए गए यीशु मसीह
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 अप्रैल। गुड फ्राईडे पर शुक्रवार को घरों में विशेष आराधना कर प्रभु यीशु को याद करते ईसाई समुदाय की आंखे नम हो गई। मानव कल्याण के लिए सूली में चढऩे की घटना को नमन करते हुए ईसाई धर्मावलंबियों ने घरों से ऑनलाइन प्रार्थना में शामिल हुए। लोक मान्यता है कि प्रभु यीशु को आज के दिन सूली पर चढ़ा दिया गया था। इस घटना को अलौकिक मानकर ईसाइ समुदाय आज शोक और दुख के बीच प्रभु ईशु को नमन करता है। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के बीच समुदाय के लोगों ने घरों में विशेष प्रार्थनाएं करते प्रभु यीशु के महान कार्यों को अभूतपूर्व बताते उनके बताए मार्ग का अनुशरण करने का संकल्प लिया है। ईसाइ समुदाय में आज पूरे दिन दुख का माहौल रहा। हालांकि गुड फाईडे को पवित्र किताब बाईबिल में विशिष्ट दिवस का दर्जा दिया गया है। लिहाजा दुख के साथ-साथ समाज प्रभु ईशु के जीवनकाल में हुए इस दिन को ऐतिहासिक भी मानता है।
इधर कोरोना पाबंदियों के चलते शहर के वेसलियन, वाईडनियर, मार्थोमा, मेन्नोनाईट, डोंगरगांव रोड़ स्थित सीरियन एवं गौरीनगर स्थित मसीही मंदिर चर्च बंद रहे। लिहाजा लोगों को घरों में ही पास्टर और फादर ने ऑनलाइन प्रार्थना की सलाह दी थी। गुड फ्राईडे के अवसर पर शहर के गिरजाघरों में शुक्रवार को प्रभु ईशु की याद में विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन नहीं किया गया। ऑनलाइन में फादर और पास्टरों ने प्रभु की जीवन लीला के संबंध पर प्रकाश डाला। पवित्र किताब बाईबिल में प्रभु के आज सूली में लटकाए जाने का उल्लेख है। रविवार को प्रभु के पुनर्जन्म होने के अवसर पर समाज खुशी स्वरूप ईस्टर पर्व मनाएगा।