बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 4 अप्रैल। कोरोना महामारी के समय लोग सामाजिक दूरी का पालन कर एक-एक व दो-दो की संख्या में ओहो प्यारो मसीहा जिया है, चलो दर्शन को चले, यह गीत गाते हुए कब्रिस्तान में प्रवेश कर अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि दी।
शांति नगर स्थित मसीह कब्रिस्तान में सुबह से ही लोगों का आना प्रारंभ हुआ, सभी मास्क लगाए हुए हाथ को सैनिटाइज कर दूर से ही सबको जय मसीह की ईस्टर पर्व पुनरुत्थान दिवस की बधाइयां हाथ जोड़ कर दे रहे थे। अपने प्रियजनों की कब्रों में फूल चढ़ाकर अगरबत्ती मोमबत्ती जलाकर अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहे थे। बढ़ती महामारी को देखते हुए दूर से ही ईस्टर पर्व की बधाई दे रहे थे।
मसीह समाज को चर्च में आराधना की अनुमति जिला प्रशासन से नहीं मिलने पर ऑनलाइन ईस्टर पर्व का संदेश दिया गया एवं छत्तीसगढ़ के अमन-चैन के लिए दुआ मांगी। मसीही समाज के लोगों ने अपने घर में ही आराधना कर दुआ प्रार्थना किए। ईस्टर पर्व के उपलक्ष में होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों को महामारी के कारण रद्द कर दिया गया।
मसीह समाज के छत्तीसगढ़ क्रिश्चियन फोरम के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं संभागीय पदाधिकारी रत्नेश बेंजमिन ने बताया कि आज सुबह से ही शांति नगर स्थित मसीह कब्रिस्तान एवं हाटकचोरा स्थित मसीह कब्रिस्तान में ईसाई धर्मावलंबी सुबह से ही फूल माला लेकर अगरबत्ती लेकर मोमबत्ती जलाकर अपने प्रिय जनों को याद करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहे थे।