राजनांदगांव
चार दिन से जूझ रही 20 हजार की आबादी, बिफरे ग्रामीण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 6 अप्रैल। क्षेत्र के 23 आर्सेनिक प्रभावित गांव में पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है। इन गांवों में पिछले चार दिन से लो-वोल्टेज के चलते अंबागढ़ चौकी से संचालित होने वाली समूह जल संयंत्र योजना से पेयजल आपूर्ति नहीं हो रही है। इससे इन गांवों के लगभग 20 हजार से अधिक ग्रामीणों को पेयजल व निस्तारी के संकट का सामना करना पड़ रहा है। आर्सेनिक प्रभावित इन गांवों के ग्रामीणों ने बताया कि पानी नहीं मिलने से उन्हें भरी गर्मी में पीने के पानी की व्यवस्था के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
ब्लॉक के आर्सेनिक प्रभावित 23 ग्राम हाथीकन्हार, केकतीटोला, सोनसायटोला, कौडूटोला, मांगाटोला, बिरीकला, बिहरीखुर्द, कौड़ीकसा, मुरेटीटोला, भगवानटोला, अरजकुंड, पांगरी, भनसुला, आतरगांव, केसला, सांगली, कोटरा, बांधाबाजार, ढाढूटोला, तेलीटोला, जोरातराई, थैलीटोला, जादूटोला इत्यादि गांव में लो-वोल्टेज के चलते 2 अप्रैल से पेयजल व निस्तारी का संकट बना हुआ है। जानकारी के अनुसार ब्लॉक के इन आर्सेनिक प्रभावित ग्रामों में पिछली सरकार के समय से शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए ब्लॉक मुख्यालय अंबागढ़ चौकी से समूह जल संयंत्र योजना संचालित हो रही है, लेकिन पिछले चार दिनों से इन गांवों में चौकी से समूह जल संयंत्र योजना से पानी नहीं मिलने से इन गांवों में हाहाकर की स्थिति बनी हुई है।
मांगाटोला के जाहनराम साहू, कौडूटोला के कांग्रेस नेता उदेराम साहू, बेनीप्रसाद साहू, हाथीकन्हार के सेवक यादव, सरपंच गोविंद नुरेटी, ओंकार बारसागढे, भनुसला के कांग्रेस नेता डेरहाराम मेश्राम, जादूटोला के उपसरपंच कांग्रेस नेता उदय प्रकाश यादव, बांधाबाजार सरपंच प्रीति चौहान ने बताया कि चार दिन से उन्हें समूह जल संयंत्र योजना के तहत पानी नहीं मिल रहा है। जिससे लोगों को पीने के पानी के लिए हंैडपंप से पानी की व्यवस्था करनी पड़ रही है। शिकायतकर्ताओं ने बताया कि वे इस योजना का संचालन करने वाली पीएचई विभाग के आला अफसरों को अपनी समस्या प्रतिदिन बता रहे हैं, लेकिन उन्हें नलों से पानी ही नहीं मिल पा रहा है, जिससे उन्हें गांव में पानी के जुगाड़ के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले चार दिनों से लोगों को पेयजल की व्यवस्था के लिए रतजगा करना पड़ रहा है।
लो-वोल्टेज के कारण आटो ऑफ हो रहे पंप
ब्लॉक मुख्यालय से आर्सेनिक प्रभावित ग्रामों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए संचालित होने वाली समूह जल संयंत्र योजना पूरी तरह से ठप हो गया है। लो-वोल्टेज के चलते अंबागढ़ चौकी में योजना के क्रियान्वयन के लिए बनाया गया इंटेकवेल व जल शुद्धिकरण संयंत्र आप ही आप आटो ऑफ हो जा रहे हैं। जिससे यहां से पेयजल की आपूर्ति ही नहीं हो पा रही है। इस ट्रीटमेंट प्लांब्ट व इंटेकवेल में काम करने वाले आपरेटरों ने बताया कि उन्हें पेयजल आपूर्ति के लिए प्लांट में कम से कम 415-20 वोल्ट की आवश्यकता होती है, लेकिन दोनों स्थानों में उन्हें केवल 362 व 365 वोल्ट ही मिल पा रहा है। जिससे ग्रामों में पेयजल आपूर्ति ठप हो गया है। आपरेटरों ने बताया कि उन्होंने अपने उच्चाधिकारियों को मामले की जानकारी दी है।
पीएचई एसडीओ ने लिखी बिजली कंपनी को चिट्ठी
लो-वोल्टेज के चलते आर्सेनिक प्रभावित ग्रामों में पेयजल आपूर्ति के लिए आ रही समस्याओं की जानकारी पीएचई के सहायक अभियंता एचके शेंडे ने छग राज्य विद्युत वितरण कंपनी के स्थानीय एई व जेई को दी है। एसडीओ श्री शेंडे ने बताया कि पिछले चार दिनों से लो-वोल्टेज के चलते पेयजल आपूर्ति व्यवस्था बाधित हो गई है। उन्होंने विद्युत वितरण कंपनी के स्थानीय अधिकारियों से चर्चा कर समस्या के निरकारण के लिए इंटेंकवेल व ट्रीटमेंट प्लांट में मांग के अनुरूप वोल्टेज की व्यवस्था कराने की मांग की है। एसडीओ श्री शेंडे ने यह बताया कि उन्होंने अपने विभागीय अधिकारियों व प्रशासन से जुडे अफसरों को मामले से अवगत कराया है।
छग राज्य विद्युत वितरण कंपनी के एई एके सिंह ने बताया कि गर्मी में लो-वोल्टेज की समस्या आती है। विभाग के शीर्ष अधिकारियों को स्थितियों की जानकारी दी गई है। जल्द ही व्यवस्था को दुरूस्त कर लिया जाएगा।