रायगढ़
सप्ताह भर के भीतर प्रबंधन से मांगा गया जवाब
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 7 अप्रैल। जिले में स्पंज आयरन और पॉवर प्लांटों द्वारा उनके उद्योगों से निकलने वाले फ्लाई ऐश को जंगलों तथा खेतों में फेंककर प्रदूषण फैलाए जाने के मामले को लेकर पर्यावरण विभाग ने पांच उद्योग संचालकों को नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगा है। दो दिन पहले ही ‘छत्तीसगढ़’ ने जेपीएल तमनार सहित कुछ उद्योगों द्वारा नियमों के विपरीत यत्र-तत्र फ्लाई ऐश फेंककर ग्रामीण इलाकों सहित शहरी इलाकों में बढ़ते प्रदूषण की खबर को प्रकाशित किया था, जिस पर पर्यावरण विभाग ने गंभीरता से लेते हुए लापरवाह उद्योग संचालकों पर कार्रवाई करना शुरू कर दिया है। पर्यावरण विभाग की टीम ने जांच के बाद जिंदल पॉवर लिमिटेड तमनार, स्काय एलॉयज टेमटेमा, मां काली स्पंज आयरन पाली, रायगढ़ इस्पात देलारी और रूपाणाधाम स्टील सराईपाली को नोटिस दिया है।
रायगढ़ जिले में पॉवर और स्टील प्लांटों की लंबी सूची है। अधिकतर कोयले का उपयोग करने वाले ये उद्योग प्रदूषण भी जमकर फैला रहे हैं। प्लांटों से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए पर्यावरण विभाग ने नियम लागू किए हैं नई तकनीक का इस्तेमाल कर चिमनी से निकलने वाले धुएं को भी शोधित किया जा सकता है। वहीं गंदे पानी को भी फिल्टर करके ही रिसाइकल किया जा सकता है। लेकिन उद्योग इसका पालन ही नहीं करते हैं।
पिछले दिनों कई उद्योगों के प्रदूषण फैलाने की शिकायत हुई। जिस पर पर्यावरण विभाग की टीम ने जांच के बाद जिंदल पावर लिमिटेड़ तमनार, स्काय एलॉयज टेमटेमा, मां काली स्पंज आयरन पाली, रायगढ़ इस्पात देलारी और रूपाणाधाम स्टील सराईपाली को नोटिस दिया है।
इन सभी पांचों उद्योगों के प्रबंधन द्वारा फ्लाई ऐश के निस्तार करने पर भी गंभीर लापरवाही बरती जा रही थी। साथ ही साथ अपने उद्योगों से निकलने वाले राख को आसपास के खेतों व जंगलों में फेंककर पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे थे। सभी को प्रदूषण फैलाते पाए जाने पर कार्रवाई की जा रही है।