राजनांदगांव
खैरागढ़ में कई वार्ड कंटेनमेंट जोन घोषित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 9 अप्रैल। जिले के खैरागढ़ नगर पालिका चुनाव पर कोरोना का ग्रहण लग गया है। कोरोना महामारी के चलते मई के पहले सप्ताह में प्रस्तावित नगर पालिका चुनाव का टलना लगभग तय है।
बताया जा रहा है कि जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर टीके वर्मा ने कोरोनाकाल में निकाय चुनाव कराने को लेकर चुनाव आयोग को कई व्यवहारिक दिक्कतों से अवगत कराया है। मौजूदा दौर में कोरोना से खैरागढ़ नगर पालिका के कई वार्ड प्रभावित हैं, जिसमें कुछ वार्ड कंटेनमेंट जोन में तब्दील हो गया है।
खैरागढ़ नगर पालिका राजनांदगांव जिले का दूसरा बड़ा निकाय है। करीब 6 माह से निकाय में नए जनप्रतिनिधियों को लेकर चुनाव नहीं हुआ है। फिलहाल निकाय को प्रशासनिक अधिकारी ही सम्हाल रहे हैं। बताया जा रहा है कि राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से प्रदेश के आधा दर्जन नगर निगम और निकायों में चुनाव कराने को लेकर संबंधित जिलों के कलेक्टरों से सुझाव मांगे गए।
बताया जा रहा है कि राजनांदगांव कलेक्टर ने स्पष्ट तौर पर कोरोना को एक प्रमुख वजह बताते हुए चुनाव को टालने का सुझाव दिया है। खैरागढ़ में करीब 18 से 19 हजार मतदाता हैं। वहीं निकाय में 20 वार्ड हैं। बताया जा रहा है कि मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन भी हो गया है। ऐसे में मई के पहले सप्ताह में चुनाव होने के संकेत मिल रहे थे। अब कोरोना के वीभत्स रूप में आने के बाद चुनाव कराना प्रशासन के लिए कठिन हो गया है। इस बीच चुनाव टलने की सुगबुगाहट से राजनीतिक दलों की तैयारी को जोरदार झटका लगा है। कांग्रेस और भाजपा निकाय में सत्तासीन होने के लिए वार्डों में कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें कर रही थी।
बताया जा रहा है कि जिस तरह से खैरागढ़ ब्लॉक में भी कोरोना ने पैर पसारे हैं, उस हालात में प्रशासन चुनाव कराने की जहमत उठाने कतई तैयार नहीं है।
0 नांदगांव के तुलसीपुर वार्ड का उपचुनाव तारीख बढ़ेगा आगे
राजनंादगांव नगर निगम के वार्ड नं. 17 में उपचुनाव होना भी कोरोना के विपरीत माहौल में संभव नहीं दिख रहा है। बताया जा रहा है कि खैरागढ़ निकाय के साथ नांदगांव के तुलसीपुर वार्ड के उपचुनाव को भी लेकर प्रशासन ने हाथ खड़े कर दिए हैं। पूर्व महापौर शोभा सोनी के असामायिक निधन के चलते यह वार्ड खाली हो गया है। यह वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित है। ऐसे में भाजपा और कांग्रेस की महिला नेत्रियों में चुनाव लडऩे की ख्वाहिश भी बढ़ी है। खासतौर पर कांग्रेस के नगर निगम में सत्तारूढ़ होने के कारण पार्टी में महिलाओं की टिकट को लेकर दावेदारी सामने आने लगी थी। फिलहाल कोरोना के प्रतिकूल असर से इस वार्ड में उपचुनाव होने के आसार नहीं है।