रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 अप्रैल। छत्तीसगढ़ में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ने कोविड-19 रोगियों के लिए आईसीयू बैड को बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही आक्सीजन वाले बैड की संख्या को भी चरणबद्ध तरीके से बढ़ाकर बढ़ते गंभीर रोगियों को चिकित्सा सुविधा प्रदान करने की कोशिश की जाएगी। इससे कोरोना की दूसरी लहर से प्रभावित अति गंभीर रोगियों को काफी राहत मिलने की उम्मीद है।
इस संबंध में निदेशक प्रो. (डॉ.) नितिन एम. नागरकर ने वरिष्ठ चिकित्सकों और अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा की। एम्स में कोविड-19 रोगियों के लिए फिलहाल 500 बैड की व्यवस्था है जिसमें अभी तक लगभग 350 रोगी एडमिट हैं। ऐसे में नए रोगियों के लिए अतिरिक्त बैड की व्यवस्था करने पर जोर दिया गया। चिकित्सकों का कहना था कि दूसरी लहर में कोविड के अति गंभीर रोगी अधिक संख्या में आ रहे हैं ऐसे में अधिक आईसीयू और आक्सीजन बैड की आवश्यकता है। इसे देखते हुए अगले तीन दिनों आईसीयू बैड की संख्या को 40 से बढ़ाकर 60 करने का निर्णय लिया गया जिससे अति गंभीर रोगियों को तुरंत राहत मिल सके। इसके अलावा चरणबद्ध तरीके से आक्सीजन बैड की संख्या को पहले 100 और उसके बाद आवश्यकता अनुसार बढ़ाने के लिए भी सहमति दे दी गई।
डीन प्रो. एस.पी. धनेरिया ने बताया कि एमबीबीएस और बीएससी नर्सिंग के 2017 बैच के छात्रों को परीक्षा और इंटर्नशिप होगी। जबकि शेष सेमेस्टर के छात्रों को ऑन लाइन क्लास लेने के लिए कहा गया है। उप-निदेशक (प्रशासन) अंशुमान गुप्ता ने कोविड वार्ड में रोगियों को अपने परिजनों से वीडियो कॉल पर बात करने की सुविधा देने का प्रस्ताव दिया जिसे स्वीकृति दे दी गई।
फिलहाल ओपीडी में ऑन लाइन अपाइंटमेंट की सुविधा रहेगी। फॉलोअप रोगी टेलीमेडिसिन की सेवाएं ले सकेंगे। इमरजेंसी और ट्रामा की सेवाएं पूर्ववत जारी रहेंगी। विभिन्न विभागों में जीवन रक्षक ऑपरेशन जारी रहेंगे। इन विभागों के अतिरिक्त चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ को कोविड के नए वार्डों में तैनात किया जाएगा जिससे बढ़ते रोगियों की देखभाल को सुनिश्चित किया जा सके। 19 अप्रैल को पुन: बैठक कर स्थिति की समीक्षा की जाएगी। बैठक में नोडल ऑफिसर डॉ. अजॉय बेहरा, डॉ. अतुल जिंदल, डॉ. अनुदिता भार्गव, इंजी. मनोज रस्तोगी, डॉ. नितिन बोरकर, डॉ. रमेश चंद्राकर और उपासना सिंह भी उपस्थित थी।