राजनांदगांव
कोरोना मरीजों का प्रदेश में बुरा हाल, कांग्रेसियों को नहीं है ख्याल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 अप्रैल। राजनांदगांव सांसद संतोष पांडेय ने जारी बयान में कहा कि प्रदेश कोरोना के भीषण संकट के गंभीर दौर में गुजर रहा है। हर शख्स अपनी सुरक्षा को लेकर भयभीत है। अस्पतालों में दवा, बेड, एम्बुलेंस की मारामारी है। चारों ओर दुख का वातावरण है और रोज मौतों से मातम की स्थिति निर्मित है। आम लोगों को निजी अस्पताल वाले लूट मचाए हुए हैं। सरकारी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में जगह नहीं है। अस्पताल में अव्यवस्था का आलम चरम सीमा पार कर चुका है। ऐसे वक्त में भूपेश सरकार के सबसे काबिल माने जाने वाले स्वास्थ मंत्री जो मीडिया में, पहले प्रदेश में करोना महामारी को लेकर लाकडाउन की बात करते हैं और उसी दिन राजनांदगांव जिले के खुज्जी विधायक छन्नी साहू के जन्मदिन में उनके ग्राम पैरी में कोरोना गाईड लाइन और महामारी आपदा में लगे धारा 144 की धज्जियां उड़ाते हैं।
यह वही विधायक है, जिन्होंने पूर्व सरकार के कार्यकाल में जिला चिकित्सालय से स्टेडियम चौक तक एम्बुलेंस नहीं होने का भ्रामक प्रचार कर ठेले पर शव को खींचकर झूठा प्रचार लूटा था। आज उनकी संवेदनशीलता कहां चली गई, जहां राज्य के लोगों को एम्बुलेंस सेवाएं उपलब्ध न होने के कठिनाइयां से गुजर रहे हैं। वहीं जिले के लोगों को एक प्राईवेट हेलीकॉप्टर से पहुंच उन्हें चिढ़ाने में लगे हैं, जो शर्मनाक बात है।
उन्होंने आरोप लगाया कि उक्त जन्मदिन के कार्यक्रम में कांग्रेस कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी व अधिकारी-कर्मचारी स्वयं नियम और प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाते रहे। प्रशासन मूकदर्शक बनकर देखता रहा।उन्होंने कहा कि ये कांग्रेसी अवैध उत्खनन व शराब सट्टा के कारोबारियों से चंदा कर ऐसे आयोजन में पैसा उड़ाने की जितनी निंदा की जाए, कम है।
श्री पांडे ने यह भी कहा कि प्रदेश में एक तरफ कोरोना की महामारी से लोगों में हाहाकार मचा हुआ है। प्रदेश इस वक्त संकट के दौर से गुजर रहा है। वहीं दूसरी ओर नक्सल हमले में 22 जवानों की शहादत हो जाती है और शहीदों में एक जवान इस जिले से है।