राजनांदगांव
10 दिन के लॉकडाउन में गरीबों की बढ़ी मुश्किलें
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गंडई, 11 अप्रैल। गंडई नगर के राशन दुकानों में स्टॉक समाप्त होने का हवाला देते हितग्राहियों को राशन नहीं मिलने से उनके सामने मुश्किलें खड़ी हो गई है। इधर लॉकडाउन लगने और रोजी-मजदूरी करने वाले हितग्राहियों के सामने भूखे मरने की नौबत आन पड़ी है। वहीं उचित मूल्य दुकान संचालकों का कहना है कि चावल का स्टॉक पहुंच चुका है। उन्होंने बताया कि हितग्राहियों को लॉकडाउन खुलने के बाद राशन वितरण किया जाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के चलते कलेक्टर ने 10 से 19 अप्रैल तक जिले में संपूर्ण लॉकडाउन का आदेश जारी कर दिया। इधर 10 अप्रैल दोपहर 12 बजे तक मिली छूट के दौरान लोगों ने जरूरतों के अनुसार सामानों की खरीदी करने बाजारों तक पहुंचकर खरीददारी की। वहीं रोजी-मजदूरी करने वाले तबके के सामने लॉकडाउन के चलते भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं ऐसे तबके के लोगों को उचित मूल्य की दुकान से राशन नहीं मिलने से उनके सामने भूखे मरने जैसी स्थिति निर्मित हो सकती है।
बताया जा रहा है कि राशन दुकानों में चावल का स्टॉक समाप्त होने के कारण इस माह राशन दुकानें नहीं खुल पाई है। इस वजह से किसी भी कार्ड धारी ने चावल या अन्य सामान राशन दुकान से नहीं लिया है। वर्तमान में नगर के सभी वार्डों में कुल राशन कार्डधारियों की संख्या लगभग 4 हजार से अधिक है। जिसमें बीपीएल कार्डधारी लगभग 4 हजार और एपीएल कार्डधारियों संख्या लगभग एक हजार के आसपास है। ऐसे में इस माह लॉकडाउन से पहले हितग्राहियों को उचित मूल्य की दुकान से राशन नहीं मिलने से उनके सामने विकट संकट पैदा हो सकता है।
उचित मूल्य दुकान के संचालक सुभाष वर्मा ने बताया कि दुकान में 9 अप्रैल तक चावल नहीं था। 10 अप्रैल को चावल का स्टॉक आया है, जिसे खाली करवाया गया है। लॉकडाउन खुलने के बाद ही हितग्राहियों को राशन मिल पाएगा। वहीं कुछ हितग्राही नारायण साहू, कामिन यादव, मीरा नामदेव, बिमला साहू समेत दर्जनभर से अधिक हितग्राहियों का कहना है कि लॉकडाउन करना जरूरी था, परन्तु राशन का वितरण यदि कर दिया जाता तो हम सब जैसे-तैसे गुजारा कर लेते। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व गंडई लवकेश ध्रुव ने बताया कि जिसको ज्यादा आवश्यक हो, की पहचान कर उनको वितरण किया जाएगा।