राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 अप्रैल। भाजपा जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव ने जारी विज्ञप्ति में प्रख्यात रंगकर्मी दीपक विराट के निधन को अपूरणीय क्षति बताया। श्री यादव ने कहा कि दीपक विराट ने नौकरी छोडक़र कला को चुना और कला जगत में अपने परिवार सहित कई महत्वपूर्ण कलाकारों को स्थापित किया। उनके इस योगदान के चलते ही उन्हें संगीत नाटक एकेडमी तथा छत्तीसगढ़ अलंकरण से सम्मानित किया गया था। दीपक विराट वास्तव में कला जगत के विकराल प्रकाश थे।
श्री यादव ने कहा कि दीपक तिवारी जिन्हें हम दीपक विराट के नाम से जानते हैं, वो जनसंपर्क विभाग के नौकरी में थे, जब उन्होंने नाटक में काम किया तो सरकार ने उन्हें नाटक या नौकरी की नोटिस दे दी, जो कि कला के प्रति अनादर था। दीपक विराट ने कला को चुना और छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश को अपनी कला कौशल के माध्यम से गौरवान्वित किया। उसके चलते उन्हें आर्थिक तंगी के साथ और भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने कला को जीवंत रखा। यह उनकी कलानाट्य के प्रति समर्पण ही था।
उन्होंने कहा कि ऐसे कलाकार को खोकर आज हम सभी दुखी हैं। उन्होंने कला क्षेत्र में जो योगदान दिया है तथा कलाकारों का निर्माण किया वो सभी उनकी स्मृति को आगे बढ़ाएंगे तथा नाट्य जगत में उनके योगदान को कला जगत में जीवंत रखेंगे। उनके दामाद ने मुखाग्नि दी। मोतीपुर मुक्तिधाम में अंत्येष्टि के अवसर पर कला के अनेक कलाकार उपस्थित होकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।