बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदा बाजार, 12 अप्रैल। जिले में 11 अप्रैल की शाम से लॉकडाउन का आदेश की जानकारी पाते ही लॉकडाउन के एक दिन पूर्व शनिवार को लोगों की भीड़ बाजार में उमड़ पड़ी। सैकड़ों लोगों ने अपनी जान को दांव पर लगाकर सामान की खरीदी की। इस दौरान आमजन ना तो मास्क का उपयोग करते नजर आए और ना ही लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा। जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढऩे के बावजूद इस प्रकार की लापरवाही से फिर से कोरोना विस्फोट की आशंका बढ़ गई है।
ज्ञात हो कि जिला दण्डाधिकारी ने 11 तारीख की शाम 6 बजे से पूरे जिले में लॉकडाउन की घोषणा की है। घोषणा शुक्रवार देर शाम को की गई, जिसकी जानकारी लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से शुक्रवार रात को ही हो गई। लॉकडाउन की जानकारी होते ही शनिवार को बाजार में सैकड़ों ग्राहकों की भीड़ उमड़ पड़ी। लॉकडाउन में सब्जी, फल, किराना दुकानों के भी बंद होने की आशंका है। लिहाजा, लोगों की सबसे अधिक भीड़ इन्ही दुकानों पर उमड़ पड़ी। बड़ी संख्या में लोग कोरोना गाइड लाइन को दरकिनार करते हुए बाजार में नजर आए। नगर की कई किराना दुकानों में तो ग्राहकों की इतनी अधिक भीड़ रही कि लोगों के लिए खड़े रहना तक मुश्किल हो गया है। इस दौरान जिला प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी बाजार में नहीं नजर आए, जिसकी वजह से जिला प्रशासन द्वारा कुछ दिनों पूर्व दिया गया धारा 144 का आदेश तथा व्यापारियों को दिए गए निर्देश धरे के धरे रह गए।
फल, सब्जी के दाम 24 घंटे में तेज
लॉकडाउन की अवधि में चूंकि चैत्र नवरात्रि तथा रामनवमी का भी त्योहार है। जिसमें फलाहारी सामानों के साथ ही साथ फलों की अधिक खपत होती है। लिहाजा कुछ व्यापारियों ने फिर से लॉकडाउन को मुनाफा का सौदा समझा।
जिसकी वजह से लॉकडाउन की जानकारी होते ही सबसे पहले नगर में सब्जियों तथा फलों के दाम बढ़ गए। गुरुवार तक 70-80 रुपए किलो तक बिकने वाले अंगूर की कीमतें शनिवार को 100 रुपए प्रति किग्रा हो गई। वहीं आलू, प्याज के दामों में भी 15-20 प्रतिशत की तेजी आ गई।