महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 13 अप्रैल। देवी मंदिरों में आज से नौ दिनों तक विशेष पूजा अर्चना होगी। आज से चैत्र नवरात्र प्रारंभ होगा। इस बार नवरात्र पूरे नौ दिनों की है। 21 तारीख को राम नवमी मनाई जाएगी। किसी भी तिथि का लोप नहीं है। पर्व को लेकर मंदिर समितियों में तैयारियां पूरी कर ली है। मंदिरों में ज्योति कक्ष से लेकर गर्भगृह तक साफ -सफाई के साथ साज-सज्जा की तैयारियां भी हो गई है। लेकिन दर्शन पहले की तरह श्रद्घालु नहीं कर पाएंगे।
इस बार भी लोगों को घरों में रहकर मां देवी की उपासना करनी होगी। क्योंकि कोरोना की दूसरी लहर के साथ प्रशासन मंदिरों में प्रवेश वर्जित कर दिया है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते प्रशासन ने देवी मंदिरों में भीड़ एकत्रित न करने की चेतावनी दी है। वहीं समितियों को हिदायत भी दी है कि जिले में धारा 144 लागू है। जिले में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस वर्ष भी नवरात्र पर देवी मंदिरों में मनोकामना ज्योति प्रज्जवलित होंगे।
कोरोना की दूसरी लहर ने इस साल भी नवरात्र को फीका कर दिया है। लगातार दूसरी बार चैत्र नवरात्र में देवी मंदिरों में केवल ज्योति प्रज्जवलित हो रही है। दर्शन के लिए श्रद्घालुओं को रोक लगा दी गई है। कलेक्टर ने बीते शुक्रवार को बैठक में अनुविभागीय अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि मंदिर समितियों के पदाधिकारियों से चर्चा कर मंदिरों में प्रवेश न दें। केवल ज्योति प्रज्जवलित ही करें। पुजारी के अलावा किसी को दर्शन के लिए प्रवेश न दिया जाए।
जिले के मुख्य मंदिर भीमखोज खल्लारी में समितियों ने प्रवेश द्वार पर बांस के बैरिकेड्स लगा दिए हैं, ताकि श्रद्घालु दर्शन के लिए प्रवेश न कर पाए । समिति के कोषाध्यक्ष सुरेश चंद्राकर ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर की शुरुआत को देखते हुए ही समिति ने दर्शन के लिए रोक लगा दी है। नवरात्र में भी दर्शन के लिए श्रद्घालुओं का प्रवेश बंद रहेगा। वहीं घुंचापाली चंदी मंदिर में भी नौ दिनों तक पहाड़ में पुजारी व सेवादार रहेंगे।