रायपुर
विभाग ने फर्जी बताया, कहा-जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 अप्रैल। शराब दुकानों को फिर से खोलने की तैयारी के सोशल मीडिया में वायरल पत्र को लेकर हलचल मच गई। इस पूरे मामले में आबकारी विभाग ने सफाई दी है, और पत्र को फर्जी करार देते हुए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की बात कही है।
वायरल पत्र में कहा गया कि छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकानें तो बंद है, लेकिन इस बीच कई लोगों की मौत शराब न मिलने के कारण हुई है। लोगों ने आत्महत्या करना शुरू कर दिया है। शराब न मिलने के कारण लोगों ने जहरीली शराब पीना शुरू कर दिया है। इससे मौतें हो रही हैं। इसलिए फिर से शराब दुकानों को खोलने की तैयारी की जा रही है।
पत्र वायरल होते ही इसकी प्रतिक्रिया भी आनी शुरू हो गई। जनता कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने इसको लेकर सरकार पर कटाक्ष किया है। इसके बाद छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन में सोशल मीडिया में आदेश को भ्रामक बताया है, और इसका खंडन किया है। कॉर्पोरेशन ने कहा कि शराब दुकानें खोलने जाने संबंधित छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड से जारी आदेश कतिपय आपराधिक मानसिकता से प्रेरित व्यक्ति के द्वारा सोशल मीडिया में वायरल किया गया है, जो कि पूर्ण रूप से असत्य और फर्जी है।
उन्होंने कहा कि यह पत्र पूर्व के पत्र में हेरफेर कर तैयार किया गया है। छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन ने पत्र का खंडन किया है, और कहा कि ऐसा कोई आदेश छत्तीसगढ़ मार्केटिंग कॉर्पोरेशन द्वारा जारी नहीं किया गया है। ऐसा फर्जी आदेश सोशल मीडिया में वायरल करना आपराधिक कृत्य है। ज्ञातव्य हो कि पत्र में उल्लेखित अरविंद पाटले वर्तमान में उपमहाप्रबंधक दुर्ग के पद पर पदस्थ नहीं है। यह पत्र 2020 में दर्शित है। जबकि पत्र 14 अप्रैल 2021 है, यह पत्र पूर्व रूप से असत्य और फर्जी है। छत्तीसगढ़ मार्केटिंग कॉर्पोरेशन के द्वारा उक्त आपराधिक कृत्य के लिए दोषियों के विरूद्ध वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।