रायगढ़
एसपी-कलेक्टर निकले जायजा लेने, अफसरों को दिए कई निर्देश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 14 अपै्रल। कोरोना का कहर लगातार रायगढ़ जिले में भी बढ़ते जा रहा है और इसे लेकर प्रशासन ने 14 से लेकर 22 तक जिले में लॉकडाउन का आदेश जारी कर दिया। इससे बुधवार को लॉकडाउन के पहले दिन शहर का नजारा कुछ इस तरह था कि सडक़े सूनसान थी, शहर के सभी दुकानों में ताले लटके हुए थे और पुलिस के जवान चौक चौराहों पर सुरक्षा को लेकर तैनात थे। जरूरतमंद लोग ही घरों से बाहर निकल रहे थे, जिन्हें पुलिस के द्वारा रोककर पूछा जा रहा था और बेमतलब के लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने की समझाईश दी जा रही थी।
विदित हो कि कोरोना संक्रमण लगातार प्रदेश भर में फैलते जा रहा है। इसे देखते हुए पहले रायपुर, दुर्ग में लॉकडाउन लगाया गया फिर धीरे-धीरे प्रदेश के अन्य जिलों में भी लॉकडाउन का आदेश जारी किया गया। करीब तीन दिन पूर्व जिला प्रशासन द्वारा रायगढ़ जिले में 14 से 22 अप्रैल तक कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया। जहां आज सुबह से लॉकडाउन को लेकर शहर की कोई भी दुकानें नहीं खुली और लोग अपने घरों में ही रहे।
जरूरतमंद लोग ही घरों से बाहर निकल रहे थे। लॉकडाउन के पहले दिन कलेक्टर भीम सिंह व पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह शहर का की सुरक्षा व व्यवस्था का जायजा लेने के लिए निकले। जहां सुभाष चौक पर काफी देर तक कलेक्टर व अन्य अधिकारियों ने कई स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद कलेक्टर व एसपी रायगढ़ रेलवे स्टेशन पहुंचे। जहां स्टेशन मास्टर से यात्री गाड़ी व आने जाने वाले यात्रियों की सुविधा व व्यवस्था के संबंध में चर्चा की गई और कई प्रकार की व्यवस्थाओं को सुधारने के बारे में भी कहा गया। इसके अलावा सत्तीगुड़ी चौक, केवड़ाबाड़ी बस स्टैण्ड चौक, ढिमरापुर सहित अन्य चौक-चौराहों में लॉकडाउन संबंधी व्यवस्था का जायजा लिया गया।
तेज गर्मी में डटे हैं जवान
कोरोनों के बढ़ते आकड़े को देखकर लॉकडाउन लगाया गया है और कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए लोगों को इस भीषण गर्मी में भी पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी डटे हुए हैं। पुलिस के जवान गर्म हवाओं के बीच सुबह से लेकर देर रात तक खुले आसमान के नीचे या एक टेंट मात्र के सहारे चौराहों पर तैनात व पेट्रालिंग कर रहे हैं। सडक़ों पर अगर कोई नजर आ रहा है, तो उससे पूछताछ किया जा रहा है और अनावश्यक घूमने वालों को घरो में रहने की समझाईश दी जा रही है।