महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 15 अप्रैल। महासमुंद में भी कोरोना की दूसरी लहर काफी खतरनाक है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले साल कोरोना के शुरुआती 5 महीनों में 4697 पॉजिटिव मरीजों की पहचान हुई थी और 47 मौतें हुई थी। वहीं इस साल अप्रैल महीने के 13 दिनों में ही कोरोना के 5043 मरीजों की पहचान हो चुकी है और 31 मौतें भी इन्हीं 14 दिनों के भीतर हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार महासमुंद जिले में कोरोना का पहला संक्रमित मरीज 29 मई को सामने आया था। मई माह के इन तीन दिनों में 20 संक्रमित की पहचान हुई थी। इसके बाद जून में 68, जुलाई में 48, अगस्त में 457 और सितंबर माह में 2052 पॉजिटिव प्रकरण सामने आए थे। इस प्रकार पिछले साल शुरुआती 5 महीनों में कुल 4697 मरीजों की पहचान जिले में हुई थी। लेकिन इसा बार तो अप्रैल माह के शुरुआती 14 दिनों में ही जिले में कुल 5043 मरीजों की पहचान हो चुकी है।
कोरोना के बढ़ते मामलों पर विशेषज्ञों का कहना है कि आज स्थिति इसलिए भयावह हुई है, क्योंकि हमने काफी लापरवाही बरती है। कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन का पालन नहीं करना आज हम सभी पर भारी पड़ रहा है। जिला अस्पताल में मुस्तैद डॉ अनिरूद्ध कसार और डॉ छत्रपाल चंद्राकर कोरोना संक्रमण बढऩे के कारण बताते हैं कि कोरोना के शुरुआती दौर में एक अलग सा डर सभी में देखने को मिला। लोगों ने प्रिकॉशन भी खूब किया। मास्क पहनना, दूरी बनाए रखना, खान-पान में ध्यान देने जैसी चीजें आदतों में शुमार हो गई थी। लेकिन साल 2021 की शुरुआती दौर से हम थोड़े बेपरवाह हुए हैं।
डॉ. कसार और डॉ. चंद्राकर बताते हैं कि कोरोना के सामान्य लक्षण सर्दी, खांसी, बुखार है। आज भी लोग सर्दी को सामान्य तरीके से लेते हैं। ऐसे लक्षण पर लोग बहाने बनाते हैं कि मैंने ये खा लिया था इसलिए सर्दी हुईए या फिर इसके चलते थोड़ा टेम्प्रेचर बढ़ गया। इस तरह कोरोना की जांच कराने से लोग आज भी बच रहे हैं। कोरोना की यह लहर खतरनाक इसलिए भी है क्योंकि दूसरी लहर में कोरोना संक्रमित व्यक्ति कई लोगों को संक्रमित कर रहा है। पहले एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति से दो या तीन लोग ही पॉजिटिव आ रहे थे। इसी मेडिकल की भाषा में कंटेजियस कहा जाता है।
गौरतलब है कि कि जिले में कल बुधवार को 300 कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है। वहीं बुधवार को ही तीन पॉजिटिव मरीजों ने दम तोड़ा है। बुधवार को कुल 801 सैंपल लिए गए जिसमें से 300 पॉजिटिव मिले। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार महासमुंद ब्लॉक से 136, बागबाहरा से 20, पिथौरा 55, बसना से 28 और सरायपाली विकासखंड से 61 मरीजों की पहचान हुई है। स्वास्थ्य विभाग की मानें तो कर्मचारियों की कमी के चलते टेस्टिंग प्रभावित हो रही है। बुधवार को भी रैपिड एंटीजेन से 712, ट्रूू नॉट से 62 और आरटीपीसीआर के केवल 27 सैंपल लिए गए। कल बुधवार को मिले 300 मरीजों के साथ ही जिले में कुल मरीजों की संख्या 15 हजार 487 पहुंच चुकी है। बुधवार को ही 158 मरीज स्वस्थ हुए हैं और इसके साथ ही अब तक कुल 10 हजार 620 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में 4676 एक्टिव केस हैं। कल बुधवार को जिले में कोरोना के चलते कुल 3 मौतें हुई है। सभी मृतक महासमुंद के निवासी हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोविड अस्पताल में बुधवार को तीन महिलाओं ने दम तोड़ा है।