बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 15 अप्रैल। कोरोना के प्रकरणों मे लगातार इजाफा हो रहा है कोरोना का नया स्टेकृन कई तरह की परेशानियां दे रहा है वर्तमान मे जो नई जानकारी आ रहीं है उसमे कोरोना टेस्ट किट भी नये वायरस को पहचान नहीं पा रहा है कई लोगों के कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आये है लेकिन उसके लक्षण पूरी तरह से कोरोना के ही है और तो और जिला के कलेक्टर की पहली जांच रिपोर्ट एन्टीजन मे निगेटिव प्राप्त हुआ था टूकृ नॉट पद्धति से जांच मे पॉजिटिव पाया गया जिसकों लेकर भी लोग भ्रमित है।
कोरोना संक्रमण के लगातार बदलाव से लोग भ्रमित और परेशान है कोरोना वायरस के अपने नित नये स्वरूप के चलते अब एंन्टीजन जांच रिपोर्ट भी प्रमाणित नहीं माना जा रहा है क्योंकि शहर मे कई ऐसे मरीज है जिनके लक्षण पूरी तरह से कोरोना वायरस संक्रमण का है लेकिन एन्टीजन जांच रिपोर्ट मे उसे निगेटिव पाया गया है उसके बावजूद भी उक्त मरीजों का बुखार सात दिनों से नहीं उतर रहा है सांस लेने मे तकलीफ, व हाथ पैर दर्द सहित सभी लक्षण कोरोना के है इससे दो परेशानियां मरीजों को आ रहीं है पहला जांच रिपोर्ट निगेटिव आने से उन्हे कोविड हास्पिटल मे भर्ती नहीं लिया जा रहा है ना हीं उन्हे जो उचित आक्सीजन सहित अन्य सुविधायें है मिल पा रहीं है ऐसे मे जो निजी हास्पिटल है वह लक्षण देखकर भर्ती नहीं कर रहे है इससे सामान्य ओपीडी मे भी वह भर्ती नहीं हो पा रहा है और कोविड हास्पिटल मे भी भर्ती नहीं हो पा रहा है कई मरीजों के लक्षण के अनुसार आक्सीजन लेवल कम हो जा रहा है दूसरी परेशानी चंूकि जांच रिपोर्ट निगेटिव आने से उन्हे कोविड की दवाई नहीं मिल पा रहीं है और न खाने की सलाह चिकित्सक दे रहे है सामान्य दवाईयों से उन मरीजों का स्वास्थ्य भी ठीक नहीं हो रहा है जिसको लेकर कई मरीज काफी परेशान है जांच कराने वालों की संख्या इतनी है की जांच के लिये दुबारा जाने पर जांच व रिपोर्ट आने तक कम से कम सात दिन का समय लग रहा है और मरीज तब तक गंभीर हालात मे पहुंच जाता है इस परेशानी को भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा दूर करने की आवश्यकता है.
इस संबंध में नगर के वरिष्ठ चिकित्सक व सर्जन डॉ.विकास आडिल ने बताया कि कोरोना लक्षण वाले मरीज जिनका एन्टीजन रिपोर्ट निगेटिव आया है अपने आप को निगेटिव ना माने रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद हीं अगर लक्षण कोरोना का है तो यह मानकर चले की कोरोना पाजीटिव है घर मे ऐसे मरीज अपने आप को आईसोलेट करते हुये डॉक्टर की सलाह पर दवाईयां लेते रहे क्याकि कोरोना वायरस के लिये एन्टीजन की जांच स्क्रीनिंग की जांच होती है जिसमे ज्यादा वायरल लोड वाले मरीज की हीं पहचान हो पाती है इसलिये लक्षण होने पर आईसोलेट होते हुये डाक्टर से परामर्श लेकर दवाई लेना सहीं है।