रायगढ़
मार्निंग वॉक व बेवजह बाइक लेकर बाहर निकले 410 लोगों पर जुर्माना, शहर में फ्लैग मार्च निकालकर लॉकडाउन का पालन की अपील, जिम्मेदार रहे घरों पर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 15 अपै्रल। लॉकडाउन के पहले दिन मार्निंग वॉक पर निकले लोगों पर सभी थानाक्षेत्र में 500-500 रूपये का चालान कर जुर्माने की कार्रवाई की गई है, इनमें से कुछ व्यक्ति जुर्माना रकम अदा करने पर बहस करने लगे जिन्हें थाने लाया गया जिसके बाद उदंड व्यक्ति को घरवालों से रूपये मंगवाकर जुर्माना देना पड़ा। पुलिस की चौंक-चौबंध व्यवस्था व भारी जुर्माने की कार्रवाई के बाद केवल आवश्यक सेवाओं के लिए बाहर निकलने वालों की आवाजाही रही।
पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के दिशा निर्देशन पर मंगलवार व बुधवार को मिलाकर कुल 15 व्यक्तियों पर कोविड-19 गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर एफआईआर दर्ज किए गए हैं, कल थाना प्रभारी सारंगढ़ निरीक्षक जीएस दुबे द्वारा निर्धारित समय के बाद बस स्टैण्ड सारंगढ में राजेश अग्रवाल की किराना दुकान, साप्ताहिक बाजार सारंगढ में संतोष गुप्ता तथा सुशांत केशरवानी की दुकान एवं सम्राट चौक में घनश्याम अग्रवाल की किराना दुकान खुली पाये जाने पर चारों दुकान मालिकों पर धारा 269,270 के तहत एफआईआर दर्ज किया गया है।
इसी क्रम में बुधवार की सुबह छाल पुलिस द्वारा ऐडू में वैभवी आटो पाटर्स की दुकान में भीड़ किए जाने तथा लालू चन्द्रा हॉटल के खुले होने पर संचालक पर अपराध कायम किया गया है, इसी प्रकार खरसिया पुलिस ग्राम भैनापारा, पुसौर पुलिस द्वारा ग्राम कोड़पाली, महलोई में किराना दुकान खोलकर सामान बिक्री करते पाए जाने पर धारा 269, 270 के तहत अपराध कायम किया गया है। लॉकडाउन के पहले दिन शाम तक बिना मास्क तथा बेवजह बाहर घूमते पाए गए। 354 व्यक्तियों पर चालान काटा गया तथा 56 व्यक्तियों पर पृथक से मोटर व्हीकल एक्ट की कार्रवाई की गई है, मोटर व्हीकल एक्ट में 14,500 रूपए समन शुल्क काटा गया है।
वहीं शहरवासिसों को लॉकडाउन का पालन करने का संदेश सुबह करीब 10 बजे एसपी आफिस से एडिशनल एसपी अभिषेक वर्मा के नेतृत्व में पूरे शहर में फ्लैग मार्च निकाला गया। फ्लैग मार्च एसपी आफिस से प्रारंभ होकर कोतवाली, कोतरारोड़, जूटमिल के बाद चक्रधरनगर थानाक्षेत्र के वार्डों का भ्रमण कर लोगों को घरों में रहने की अपील की गई। जगरूक शहरवासी भी जिला प्रशासन व जिला पुलिस को लॉकडाउन सफल बनाने में सहयोग किया जा रहा है, ज्यादातर जिम्मेदार व्यक्ति अपने घरों में थे।