बलौदा बाजार

कोरोना काल में स्वास्थ्य कर्मियों की दिक्कतें, घर में भी अकेले रहना मजबूरी
15-Apr-2021 6:08 PM
कोरोना काल में स्वास्थ्य कर्मियों की दिक्कतें, घर में भी अकेले रहना मजबूरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 15 अपै्रल।
जिला कोविड अस्पताल के डॉक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियों, वार्डब्वॉय से लेकर यहां कार्यरत सफाई कर्मियों को कैसी-कैसी दिक्कतें आती हैं और वे उस दौरान कैसा महसूस करते हैं। ‘छत्तीसगढ़’ ने इन हेल्थ वर्करों से समझने का प्रयास किया। सिस्टम की लाचारी से लोगों का भरोसा टूट रहा है पर ये हेल्थ वर्कर लगातार इलाज कर अपने पेशे के प्रति लोगों का भरोसा लगातार बना रहे हैं।

मरीजों और मौतों की बढ़ते आंकड़ों कीे बीच कई बार वे लोगों के गुस्से के शिकार भी हो जाते हैं पर फिर भी बुरा नहीं मानते, ताकि लोगों का भरोसा न टूटे। यहां तक कि 8 से 12 घंटे तक काम कर रहे हैं और बगैर कुछ खाए पीए पीपीई किट के अंदर डायपर में ही उन्हें पेशाब भी करना पड़ रहा है। घर जाकर भी आइसोलेशन में रहते है, यानी परिवार से दूर। कोरोना संकटकाल में लॉकडाउन के बीच लोग जहां घरों में सुरक्षित हैं। वहीं जिले में 600 से अधिक डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मचारी अस्पतालों में ड्यूटी पर मोर्चा संभाले हैं। वह भी तब जब उन्हें भी कोरोना संक्रमण का उतना ही खतरा है, जितना कि किसी और को।

760 बुधवार को मरीज मिले, 05 मौत16625 कुल संक्रमित, 5742 एक्टिव केस 400 हेल्थ वर्कर भी संक्रमित हो चुके हैं
बलौदाबाजार जिला भयावह कोरोना संकट का सामना कर रहा है। प्रतिदिन मिलने वाले मरीजों का आंकड़ा हजार के आसपास पहुंच रहा है। जिले में सक्रिय मरीजों की संख्या 5 हजार से उपर चली गई है। इन कठिन परिस्थितियों से जूझते हुए कसडोल स्वास्थ्य केंद्र के एक डॉक्टर ने अपनी जान भी गंवा दी। 

कोरोना मरीजों को बचाने का प्रयास करने वाले 400 से अधिक डॉक्टर, स्टॉफ, स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित हो चुके हैं। सिर्फ अप्रैल में ही स्वास्थ्य विभाग के 110 लोग संक्रमित हुए हैं। अपनी जान पर खेलकर संक्रमितों का इलाज करने वाले जिले के ऐसे ही कई डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ जिले के अलग-अलग अस्पतालों में कोरोना मरीजों के इलाज में लगे हैं। ये हेल्थ वर्कर बिल्कुल फौजी की भांति घर-परिवार को नजरअंदाज कर ड्यूटी कर रहे हैं।

साफ हवा-पानी तक नसीब नहीं-डॉ. साहू
कोविड अस्पताल में कार्यरत डॉ. शैलेन्द्र साहू ने बताया कि पानी तक नहीं पी पाते, एक बार आईसीयू में जाने के बाद कई घंटों तक कुछ और नहीं कर पाते। प्रेशर का आलम ये है कि साफ हवा और पानी तक नसीब नहीं। काम और कॉस्ट्यूम ऐसा है जिसे बार-बार उतारना और पहनना मुश्किल है, ऐसे में हमें एडल्ट डायपर में ही पेशाब करनी पड़ती है।
मास्क से घुटन होती है 

टॉयलेट तक नहीं जा पाते
दिक्कतों के बारे में डॉ. नवदीप बांधे ने बताया सबसे अहम चीज है कि जब आप एक बार पीपीई किट पहन लेते हैं, तब काम करना बेहद मुश्किल हो जाता है। अंदर बहुत ही घुटन महसूस होती है। मास्क भी बेहद कसा होता है। लगातार 8 घंटे की शिफ्ट के बाद हम बुरी तरह थक चुके होते हैं। हम टॉयलेट नहीं जा पाते। पानी तक नहीं पी पाते।

8 माह से पर्व नहीं मनाया, जन्मदिन का तो पता ही नहीं चला
ड्यूटी पर तैनात जिला नोडल अधिकारी डॉक्टर राकेश प्रेमी ने बताया कि पिछले 8 महीने से हमने एक भी त्योहार नहीं मनाया है। होम आइसोलेशन प्रभारी डॉ. अविनाश केशरवानी ने कहा कि बर्थ-डे पर भी बधाई के लिए आए फोन कॉल से ही पता चलता है कि आज हमारा जन्मदिन है। यहां तक कि घर में किसी की तबीयत भी खराब है, तो हम ड्यूटी छोडक़र घर नहीं जा पा रहे हैं। जिलेभर में पॉजिटिव आए मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री, कांटेक्ट हिस्ट्री के संकलन प्रभारी एपेडेमियोलॉजिस्ट श्वेता शर्मा ने बताया कि लोगों को बचाने के मिशन में उन्हें अपनों का भी ख्याल रखने का वक्त नहीं मिल रहा है।

फोनकॉल से इलाज में बाधा पहुंच रही- सीएमएचओ
सीएमएचओ डॉ. खेमराज सोनवानी ने कहा कि कोरोना संकटकाल में लॉकडाउन के बीच लोग जहां घरों में सुरक्षित हैं, वहीं डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मचारी अस्पतालों में ड्यूटी पर मोर्चा संभाले हैं। वे दिन-रात एक कर मरीजों की देखभाल और सेवा में जुटे हैं। वह भी तब, जब उन्हें भी कोरोना संक्रमण का उतना खतरा है, जितना कि किसी और को। उन परिवारों से मेरा विनम्र निवेदन है कि जिनके सदस्य अस्पताल में भर्ती हैं, उनकी तबीयत के लिए आने वाले फोन काल से सतत इलाज में लगे स्वास्थ्यकर्मियों की कड़ी टूट रही है, उन्हें इलाज छोडक़र फोन अटेंड करना पड़ रहा है। हमारा अधिकतर समय लोगों के फोन कॉल अटेंड करने में चला जाएगा तो हम इलाज कब करेंगे। जेल में बंद कैदियों जैसा कष्ट उठाकर भी हम अपना 100 प्रतिशत दे रहे हैं, कृपया परिजन हम पर भरोसा करें। किट उतार नहीं सकते इसलिए लगाते हैं डायपर, कई घंटों तक कुछ खा-पी भी नहीं सकते। 8 माह से यही क्रम घर जाकर भी आइसोलेशन में।
 

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news