रायगढ़
रायगढ़, 16 अप्रैल। कोरोना ने सभी परम्परा को तोड़ दिया है। क्योंकि किसी भी स्थिति में मन्दिर द्वार कभी बंद नहीं होते थे। लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए जारी दिशा निर्देश में सार्वजनिक स्थलों एवँ मंदिरों को बंद रखने का आदेश दिया गया है। कोरोना की आपदा के बावजूद मंदिर परिसर में आस्था के ज्योति कलश अब भी प्रज्वलित हैं।
धरमजयगढ़ अंबेटिकरा मन्दिर के मुख्य द्वार को बंद कर दिया गया है। माण्ड नदी के तट पर स्थित माता का दरबार कई दशकों पुराना है। बहुत दूर दूर से श्रद्धालुगण माता का दर्शन करने आते हैं। वहीं प्रतिवर्ष दोनों नवरात्र में सैकड़ों ज्योति कलश प्रज्वलित होते हैं। चैत्र नवरात्रि में तो यहाँ भव्य मेला लगता है। लेकिन इस वर्ष कोरोना के कारण सभी को स्थगित कर दिया गया है।
ज्ञात हो कि नवरात्रि के अवसर पर ज्योति कलश प्रज्वलित तो हो रहे हैं, लेकिन श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के पट बंद कर दिए गए हैं। अंबेटिकरा मंदिर समिति माता के भक्तों से अपील कर रही है कि शासन के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए अपने घरों में रहें।