बलौदा बाजार
व्यवस्था और बेहतर करने की कोशिश-सीएमएचओ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 17 अप्रैल। कोरोना का संक्रमण अपने चरम पर है। कोविड हॉस्पिटल के सभी ऑक्सीजन बेड फुल हो चुके हैं। वेंटिलेटर से लेकर आईसीयू तक में भी जगह नहीं है। हालात यह है कि जिले में एक्टिव केस 6 हजार से उपर चले गए हैं मगर अस्पतालों में लगभग 600 मरीज ही भर्ती है। यानी 90 प्रतिशत मरीज होम आइसोलेशन में हैं।
जिले में संक्रमण की रफ्तार पहली लहर से दस गुना तेज है तो मौतों के आंकड़े भी डराने वाले हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक नया स्ट्रेन सिर्फ एक मिनट के संपर्क में ही फैल रहा है जबकि कोरोना का पुराना स्ट्रेन 10 मिनट के संपर्क में फैलता था। जिले के कोविड अस्पतालों से लगभग हर दिन मौत की खबरें आ रही हैं। कोरोना की दूसरी लहर का हॉटस्पॉट बने बलौदाबाजार जिले में 20 जुलाई 2020 को हुई पहली मौत के बाद मार्च 2021 तक साढ़े आठ माह में 167 मौत हुई थीं। यानी हर माह औसतन 19 मौत हो रही थीं मगर अप्रैल के 15 दिनों में ही 19 मौत हो चुकी हैं। जिले में संक्रमण की दर भी 17 फीसदी तक पहुंच गई है। एक हजार सैंपलों में 170 पॉजिटिव सामने आ रहे हैं। एक से लेकर 14 अप्रैल तक लिए गए 36987 सैंपलों में 6165 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। डेढ माह पहले जो रिकवरी रेट 92 प्रतिशत तक पहुंचा था अब वह 37 प्रतिशत तक गिर गया है। सीएमएचओ डॉ. खेमराज सोनवानी का कहना है कि मौत के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। जिनकी मौत हो रही है उनमें से अधिकांश को कोरोना के अलावा पहले से ही कई बीमारियां थीं। पहले हजार के आसपास टेस्ट होते थे अब तीन हजार से ज्यादा हो रहे हैं इसलिए टेस्ट किट की कमी हुई है। रेमडेसिविर इंजेक्शन स्टॉक में नहीं है। 600 ऑक्सीजन सिलेंडरों की जरूरत है मगर 300 के आसपास ही मिल रहे हैं, फिर भी हम लगातार कोशिश कर रहे हैं कि व्यवस्था और बेहतर हो ताकि लोगों को परेशानी न सहनी पड़े।