दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 17 अप्रैल। जेसीआई दुर्ग-भिलाई एक ऐसी संस्था है जहाँ अलग अलग प्रकार की कई कार्यशालाओं के माध्यम से हमें कुछ न कुछ नया सीखने को मिलता रहता है। संस्था के अध्यक्ष जेसी रजनीश मंजू जायसवाल ने बताया कि इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए लॉकडाउन के इस कठिन समय में जेसीआई दुर्ग-भिलाई ने वॉइस ऑफ छत्तीसगढ़ के बैनर तले, नवदृष्टि फॉउंडेशन, ईन्दिरा मार्केट एसोसिएशन के साथ मिलकर सभी संगीतप्रेमियों के लिए एक बेहद विशेष कार्यक्रम ‘गीत गाता चल’ का आयोजन किया।
उन्होंने बताया कि उक्त कार्यशाला इसलिए भी खास बन गई क्योंकि इसमें हमें साथ मिला दुर्ग-भिलाई के बेहतरीन गायकों का और कई संगीत प्रेमियों का। इनके सानिध्य में सभी को अपने गायन प्रतिभा को और गहराई से समझने व निखारने का अवसर प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम के मेंटर व मुख्य संचालक जेसी अनिल बल्लेवार ने बताया कि उक्त कार्यक्रम का उद्देश्य लॉकडाउन व कोरोना महामारी के दौर को तनावरहित करने तथा घर बैठे हुए भी एक दूसरे से जुड़े रहते हुए सकारात्मक ऊर्जा का संचार करना है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत स्व. तन्वी लोंधे जी को श्रद्धांजलि देते हुए की गई जो वॉइस ऑफ छत्तीसगढ़ की जानी मानी गायिका थीं तथा कुछ दिन पहले ही उनका कोविड के चलते आकस्मिक निधन हो गया है।
कार्यक्रम के दूसरे आधारस्तंभ जेसी कमलेश राजा जी ने बताया कि चूंकि यह कार्यक्रम ऑनलाइन प्लेटफार्म पर आयोजित होने था इसलिए इसे फेसबुक पर लाइव सीरीज के तहत आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने हर्षपूर्वक बताया कि अब तक इस सीरीज के 9 एपिसोड प्रसारित हो चुके हैं, तथा संगीतप्रेमियों की बढ़ती रुचि को देखते हुए आगे भी इसके और सत्रों का आयोजन करने की योजना है।
जेसी अनिल बल्लेवार जी ने बताया कि प्रत्येक सत्र में 4 या 5 गायकों को शामिल कर प्रत्येक गायक से 3 या 4 फिल्मी गीत गाने का अवसर दिया जाता है। कार्यक्रम के विशिष्ठ प्रतिभागी श्री राजेश सराफ जी ने बताया कि प्रत्येक गाने के बाद उक्त गाने, फि़ल्म, गीतकार, संगीतकार, संबंधित कलाकारों से जुड़ी रोचक जानकारियां भी दी जाती है जिससे कार्यक्रम और भी मनोरंजक बन जाता है।
संस्था के सचिव जेसी आशीष तेलंग ने बताया कि उक्त कार्यक्रम के माध्यम से राजेश सराफ, टी विशाल बॉबी, शिवानी दमहे, सुमित्रा देवांगन, अपर्णा भाट्टाचार्य, अजेता श्री, सत्या पाण्डे, शुभम दीक्षित, टी. प्रसाद, एम हारिका जैसे मंझे हुए गायकों को सुनने का अवसर प्राप्त हुआ। तथा कार्यक्रम को सफ़ल बनाने में संस्था के सुरेश कोठारी, अनुभव जैन, आदित्य राठी, नितेश केडिया, मंजू जायसवाल, राजेश सांखला, नीति बल्लेवार, सुनील अग्रवाल, रामदेव टावरी, योगेश राठी आदि का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ।