धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 17 अप्रैल। विधायक रँजना साहू ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि प्रदेश की भूपेश बघेल की सरकार हर मोर्चे पर फेल रही है। यहां तक की अपने प्रदेशवासियों के लिए सरकार की संवेदनाएं पूरी तरह खत्म हो चुकी। अपनी जनता के प्रति जो ईमानदारी और बड़ी जिम्मेदारी सरकार की होनी चाहिए वो कहीं भी नजर नहीं आती।
आगे कहा कि गैर जिम्मेदार सरकार की आँखों का पानी खत्म हो चुका है, उसे प्रदेशवासियों के दुख और पीड़ा से कोई लेना देना नहीं है, बल्कि हद तो तब पार हो गई जब प्रदेश में धारा 144 के चलते हुए अन्य राज्यों के लोगों को प्रदेश में बुलाकर उनकी मेहमान नवाजी करना, सरकारी गेस्टहाउस में उनके पीने खाने की भरपूर व्यवस्था कर, उनके लिए आलीशान लक्सरी गाडिय़ों में उन्हें घूमाना। लेकिन जिनके प्रति सरकार को आगे आना चाहिए वहाँ पर मूक-बधिर बन कर सब कुछ देख रही है। जहाँ पर एक आम व्यक्ति के शव को कचरे उठाने की गाड़ी में ले जाया जा रहा हैं, जबकि हमारे सनातन परंपरा में मनुष्य के मृत्यु उपरांत उसके शव को पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाता हैं, लेकिन वर्तमान में छत्तीसगढ़ प्रदेश की कहानी कुछ और ही है।
आज कोरोना संक्रमण बेकाबू स्थिति में है, पूरे प्रदेश में संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ते जा रही है, यही स्थिति धमतरी जिले की भी है। यहां विगत कई दिनों से 350 से अधिक संक्रमित मिल रहे है, उनके इलाज की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण संक्रमितों की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है, मरीजों को आक्सीजन बेड नहीं मिल रहे है, जरूरी दवाइयों के नहीं होने से मरीज के परिजन भटक रहे है, व अपने आप को असहाय महसूस कर रहे हंै।
आगे कहा कि जिला प्रशासन के द्वारा लगातार बिस्तरों की संख्या बढ़ाने की बात कही जा रही है, लेकिन जिन स्थानों में डेडिकेटेड कोविड सेंटर बनाये गए है उक्त स्थानों को केवल एक हेल्थ वर्कर की ड्यूटी लगाकर केवल औपचारिकताएं पूरी कर रहे है, जिन स्थानों में ऑक्सीजन बेड बताया जा रहा है वहाँ कोई सुविधा नहीं है, जिले में आक्सीजन बेड की कमी के चलते मरीज के साथ परिजन परेशान व बेबस नजर आ रहे हैं। पूरे जिले में कोविड जांच किट, एंटीजन किट व आरटी पीसीआर की कमी के चलते लक्षण वाले व्यक्ति जांच नहीं करवा पा रहे है। आरटी पीसीआर रिपोर्ट सप्ताह भर से ज्यादा समय बाद भी नहीं मिलने से लक्षण होने के बाद भी चिकित्सकीय सुविधा नहीं मिल पा रही है। कोविड मरीजों की निजी अस्पताल में मृत्य होने से एंटीजन किट नहीं होने से तत्काल रिपोर्ट नहीं मिलने से परिजन शव के लिए भटक रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा जिलों को महामारी से निपटने के लिए पर्याप्त राशि व संसाधन नहीं मिलने से अधिकारियों के हाथ बंधे हुए हैं।
विधायक रंजना साहू ने राज्य सरकार से मांग की है कि जिलों को कोविड शेष की राशि सहित पर्याप्त मात्रा में संसाधन उपलब्ध कराए, जिससें संक्रमितों व परिजनों को राहत मिल सके।