सरगुजा
होम आइसोलेशन मरीजों के घर-घर पहुंचा रहे दवा
अम्बिकापुर,17 अप्रैल। कोरोना मरीज के उपचार में जितनी चुनौती है, उससे कहीं ज्यादा मरीज के संपर्क में आये व्यक्तियों के पड़ताल करने में है। कई बार संपर्क में आये लोग गलत पता और मोबाइल नंबर देते हैं, जिससे ट्रेस करना काफी जटिल हो जाता है। जबकि संक्रमण की चेन को तोडऩे के लिए कांटेक्ट ट्रेसिंग निहायत जरूरी है।
कलेक्टर संजीव कुमार झा के मार्गदर्शन में सरगुजा जिले में कांटेक्ट ट्रेसिंग हेतु 53 दल गठित किया गया है। इनमें 32 दल अम्बिकापुर नगर निगम क्षेत्र में तथा 7 विकासखण्डों में प्रत्येक में 3-3 दल सक्रिय हैं। कोरोना रिपोर्ट जैसे ही प्राप्त होती है कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग दल के सदस्य उसी दिन मरीज के संपर्क में जितने लोग आये है, उन्हें ढूंढ निकालने मुस्तैद हो जाते हंै। दल के सदस्य कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के साथ ही पॉजिटिव मरीज को होम आइसोलेशन, आइसोलेशन सेंटर या अस्पताल में भर्ती करने के साथ ही होम आइसोलेशन के मरीजों भी के घर-घर दवाई भी पहुंचाने का कार्य कर रहे हंै।
कांटेक्ट ट्रेसिंग के नोडल अधिकारी राजेश गुप्ता ने बताया कि टेस्टिंग सेंटर में कार्यरत कांटेक्ट ट्रेसिंग दलों द्वारा समस्त कोविड टेस्ट कराने वालों को जांच के बाद रिपोर्ट आने तक आइसोलेशन में रहने की हिदायत दी जा रही है। जांच कराने वालों से अपील की जा रही है कि संक्रमित होने पर सम्पर्क में आए समस्त लोगों की सम्पूर्ण जानकारी कांटेक्ट ट्रेसिंग दल को दें।
नियमों के उल्लंघन पर होगी कार्रवाई
कलेक्टर प्रवीण भगत ने बताया कि कलेक्टर संजीव कुमार झा के निर्देशानुसार होम आईसोलेशन के मरीजों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। होम आइसोलेशन के दौरान घर से स्टिकर निकालने तथा बाहर घूमने वाले पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि नियमों के उल्लंघन पर एफआईआर भी दर्ज किए जा रहे हैं। होम आइसोलेशन के मरीजों को घर से बाहर निकलने पर प्रतिबंधित कर उन्हें घर में ही चिकित्सकीय परामर्श एवं दवाई उपलब्ध कराई जा रही है।
कोविड जांच कराने वाले दें सही जानकारी
डिप्टी कलेक्टर एवं नोडल अधिकारी नीलम टोप्पो ने बताया कि अम्बिकापुर शहरी क्षेत्र में 5 तथा सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कोविड जांच केंद्र बनाए गए हैं। जांच केंद्रों से पॉजिटिव मरीज की लिस्ट जारी की जाती है जिसके आधार पर तत्काल ट्रेसिंग दल की कार्रवाई शुरू हो जाती है। इस दौरान मरीज के दौरा अपने संपर्क में आये लोगों के गलत मोबाइल नंबर तथा अधूरे पता देने से ट्रेसिंग में दिक्कत होती है। उन्होंने बताया कि गलत जानकारी देने वालों पर महामारी अधिनियम तथा भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत कार्रवाई भी की जाएगी।