राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 अप्रैल। वीरेन्द्र नगर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक बलराम सिंह बैस का शनिवार को रायपुर के एक अस्पताल में निधन हो गया।
मिली जानकारी के अनुसार श्री बैस 1977 की प्रचंड जनता लहर में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में पहली बार वीरेन्द्र नगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे। आपातकाल के बाद 1977 की जनता लहर में जब तत्कालीन क्षेत्रीय नेता चुनाव लडऩे से बचना चाह रहे थे, तब कांग्रेस ने ग्राम कडक़ड़ा निवासी बलराम सिंह बैस को टिकट दी और वे पार्टी की कसौटी पर खरा उतरे। बाद में वे 1980 से 1985 और 1985 से 1990 तक पुन: विधायक रहे। वीरेन्द्र नगर विधानसभा क्षेत्र से उन्होंने लगातार तीन बार विधायक बनने का रिकॉर्ड बनाया। 1990 के विधानसभा चुनाव में उन्हें जनता दल के प्रत्याशी और राजनंादगांव के कदावर समाजवादी नेता ठाकुर दरबार सिंह के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा। दो बार राजनांदगांव जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष भी चुने गए थे।
बताया गया कि श्री बैस तत्कालीन अविभाजित मध्यप्रदेश की राजनीति में पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के समर्थक माने जाते थे, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री पं. श्यामाचरण शुक्ल के साथ भी उनके मधुर संबंध थे। वे लगभग दो दशक तक कवर्धा क्षेत्र में कांग्रेस का प्रमुख चेहरा बने रहे। अपने सौम्य व्यवहार के कारण पक्ष और विपक्ष के नेताओं के बीच उनके मधुर संबंध थे। लगातार तीन बार विधायक चुने जाने के बाद कांग्रेस से सांसद के टिकट के दावेदारों में उनका नाम शुमार किया जाने लगा था। वीरेन्द्र नगर विधानसभा क्षेत्र में मौजूदा प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर के प्रवेश के बाद उनका राजनीतिक पराभव शुरू हो गया और वे दोबारा कांग्रेस की राजनीति की मुख्यधारा से दूर होते गए।