राजनांदगांव
वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के जरिये नांदगांव की मीडिया से चर्चा, भूपेश सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 अप्रैल। कोरोना के तांडव के बीच रोजाना हो रही दर्जनों मौतों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रदेश सरकार की नाकामी को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि कोरोना मोर्चे पर सरकार पूरी तरह से फेल हो गई है। प्रशासनिक व्यवस्था बेपटरी हो गई है। लिहाजा सरकारी नीतियां मूर्तरूप लेने के बजाय दम तोड़ रही है। पूर्व सीएम डॉ. सिंह सोमवार को वर्चुअल कान्फ्रेंस के जरिये नांदगांव के पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे।
उन्होंने न सिर्फ राजनांदगांव, बल्कि समूचे राज्य की बदइंतजामी को लेकर भूपेश सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना से हो रही मौतों से परेशान परिजनों से ढ़ाई हजार रुपए लिए जा रहे हैं। वहीं शवों को कचरे के जैसा ढोया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि इंसानी शव को भूपेश सरकार कचरे के वाहन में ढ़ो रही है। यह मानव संवेदना को तार-तार करने जैसा काम है। डॉ. सिंह ने कहा कि कोरोना से उपजे संकट से निपटने सरकार की कोई कार्ययोजना नहीं है। सरकार की ओर से न ही कोरोना मरीजों का समुचित देखभाल किया जा रहा है और न ही जरूरतमंद लोगों को आक्सीजन और न ही बिस्तर मिल पा रहा है।
डॉ. सिंह ने नांदगांव की जनता से अपील करते कहा कि यह समय कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने का है, इसलिए मास्क लगाने के साथ दो गज की दूरी रखने और बिना किसी कारण के घर से बाहर न निकले।
डॉ. सिंह ने नांदगांव के सामाजिक संस्थाओं की कार्यशैली की भूरि-भूरि प्रशंसा करते कहा कि नांदगांव हमेशा संकट के दौर में एकजुट होता है। इसलिए हर संकट से पार पाने की राजनंादगांव में ताकत है। डॉ. सिंह ने पत्रकारों के सुझावों को सुनते हुए एक महत्वपूर्ण ऐलान करते कहा कि विधायक निधि और सांसद संतोष पांडेय की निधि द्वारा जल्द ही विद्युत शव दाह गृह का स्थापना की जाएगी। साथ ही वर्तमान में शव जलाने में प्रयुक्त संसाधन का दूसरे कार्यों में इस्तेमाल हो।
डॉ. सिंह ने यह भी कहा कि कोरेाना की तीसरी लहर बेहद घातक है, इसलिए युवाओं को सम्हलना जरूरी है। उन्होंने वैक्सीनेशन को लेकर किसी भी तरह की भ्रामक खबरों को अनसुना करने की अपील की है। वर्चुअल कान्फ्रेंस में उन्होंने राजनांदगांव मीडिया की भूमिका की भी सराहना की। पत्रकारों से मिले अन्य सुझावों को उन्होंने जल्द ही अमल करने का आश्वासन दिया। वर्चुअल कान्फ्रेंस में जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, सचिन बघेल, जिला पंचायत अध्यक्ष गीता साहू, उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह, नांदगांव संगठन प्रभारी संजय श्रीवास्तव, प्रदेश प्रवक्ता नीलू शर्मा, पत्रकारद्वय जितेन्द्र मिश्रा, शशांक तिवारी, अतुल श्रीवास्तव, सचिन अग्रहरि, संदीप साहू, प्रदीप मेश्राम, पुरूषोत्तम तिवारी, अशोक पांडे समेत अन्य शामिल थे।