महासमुन्द
रात भर शव जिला अस्पताल में रहने के बाद कल बेटे ने किया अंतिम संस्कार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 19 अप्रैल। परसों शनिवार को महासमुंद रेलवे स्टेशन में एक महिला अपने पति के लाश के साथ घंटों बैठी रही लेकिन कोरोना के डर से किसी ने भी महिला की मदद नहीं की। लगभग 4 घंटे के इंतजार के बाद आखिरकार कोतवाली पुलिस की टीम ने एंबुलेंस बुलाकर मृतक को जिला अस्पताल पहुंची।
जिला कालाहांडी ओडिशा के केसिंगा में मालपडा पथरला निवासी चेयरमैन मांझी 45 वर्ष पिता दुर्योधन अपनी पत्नी दुलारी बाई के साथ ग्राम खरोरा महासमुंद के एक पोल्ट्री फॉर्म में मजदूरी का काम करता था। शनिवार दोपहर 2.30 बजे वह पत्नी के साथ रेलवे स्टेशन महासमुंद पहुंचा। यहां बैठकर दोनों ने खाना खाया और उसके कुछ देर बाद ही अचानक चेयरमैन बेसुध होकर गिर गया। पत्नी ने आसपास के लोगों और आरपीएफ से मदद मांगी लेकिन किसी ने कोई मदद नहीं की। इसकी सूचना कल शहर देर शाम शहर के लोगों को मिल सकी।
जानकारी के मुताबिक किसी भी तरह से सहयोग नहीं मिलने के कारण पत्नी बेसुध होकर पति के लाश के पास ही बैठी रही। किसी तरह आसपास के लोगों ने 108 और 112 को फोन कर घटना की जानकारी दी। दोनों ही टीम मौके पर पहुंची, लेकिन कुछ देर में बिना किसी मदद के वापस चली गई। आखिरकार शाम 6.30 बजे कोतवाली की टीम ने एक एंबुलेंस बुलाई और चेयरमेन मांझी के शव को जिला अस्पताल लेकर गई। रात भर शव जिला अस्पताल में पड़ी रही। कल रविवार को जिला अस्पताल में मृतक का आरटीपीसीआर सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया गया। सभी प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद कल रविवार की दोपहर मृतक के बेटे नितिन मांझी ने कोरोना प्रोटोकॉल के तहत पिता का अंतिम संस्कार किया।