राजनांदगांव
सार्वजनिक भंडारा प्रसादी व कुंवारी कन्या भोज स्थगित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 अप्रैल। बर्फानी सेवाश्रम समिति ने कोरोना वायरस महामारी को देखते राज्य सरकार व जिला प्रशासन के निर्देशों व अपील के तहत 13 अप्रैल से प्रारंभ चैत्र नवरात्रि पर्व को सादगी से मनाने का निर्णय लिया था। संस्था ने सिद्धपीठ में दर्शनार्थियों के प्रवेश पर रोक लगा दी थी। वहीं अब महाष्टमी हवन व ज्योति कलश विसर्जन में भी श्रद्धालुओं से बर्फानी आश्रम न पहुंचते अपने-अपने घरों में ही पूजा पाठ करने की अपेक्षा की है। संस्था ने जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन से सहयोग की अपेक्षा की है।
संस्था के सचिव गणेश प्रसाद शर्मा गन्नू ने बताया कि संस्था द्वारा मां पाताल भैरवी मंदिर में हिन्दू नववर्ष चैत्र नवरात्र 13 अप्रैल से प्रारंभ हो गई है। संस्था ने सिद्धपीठ परिसर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी है। चैत्र नवरात्र के अवसर पर सिद्धपीठ में पूजा- अर्चना व ज्योति कलश प्रज्जवलन आचार्यों द्वारा किया गया है। यहां 1237 ज्योति कलश प्रज्जवलित है। 17 अप्रैल को पंचमी के अवसर पर मां पाताल भैरवी, मां काली, गणेशजी महाराज, मां राज राजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी दश महाविद्या, पातालेश्वर महादेव, शिवशंकर भोले भंडारी द्वादश ज्योतिर्लिंग, हनुमानजी महाराज, भैरव बाबा का विशेष श्रृंगार किया गया।
संस्था अध्यक्ष राजेश मारू, उपाध्यक्ष दीपक जोशी, सचिव गणेश प्रसाद शर्मा गन्नू कोषाध्यक्ष नीलम जैन, महेन्द्र लूनिया, बलविंदर सिंह भाटिया, मनीष परमार, कुलबीर छाबड़ा, संजय खंडेलवाल, कमलेश सिमनकर, सूरज जोशी, लीलाधर सिंह, आलोक जोशी व अन्य सदस्यों ने वर्चुवल बैठक कर निर्णय लिया कि महाष्टमी हवन व ज्योति कलश विसर्जन पर श्रद्धालु बर्फानी आश्रम न पहुंचे, घर में ही पूजा-अर्चना करें। संस्था द्वारा महाष्टमी हवन पंडितों व संस्था के पांच सदस्यों द्वारा किया जाएगा। वहीं दुर्गा नवमीं पर श्रद्धालुओं द्वारा प्रज्जवलित ज्योति कलशों का विसर्जन मंत्रोच्चार के मध्य विधि-विधान से गंगाजल अर्पित कर किया जाएगा। इसके लिए भी श्रद्धालु बर्फानी आश्रम न पहुंचे। संस्था ने निर्णय लेते रामनवमीं, दुर्गा नवमीं में होने वाले कुंवारी कन्या भोजन व सार्वजनिक भंडारा प्रसाद कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है।
मिलेंगी पूरी दक्षिणा
संस्था के सचिव गणेश प्रसाद शर्मा गन्नू ने बताया कि मां पाताल भैरवी सिद्धपीठ में आयोजित किए जा रहे चैत्र नवरात्रि के अवसर पर सिद्धपीठ स्थापना से आचार्य का कार्य करने वाले पं. कृष्णकांत तिवारी से आग्रह किया गया है कि वे लकवाग्रस्त हैं, ऐसे समय उन्हें सावधानी की जरूरत है। इस कारण घर पर ही रहकर देवी का पाठ-पूजन करें। उन्हें हर नवरात्रि में दी जाने वाली दक्षिणा इस बार भी संस्था द्वारा भेंट की जाएगी।