धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 20 अप्रैल। सिहावा विधानसभा के पूर्व विधायक पिंकी शिवराज शाह ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में कहा कि एक ओर पूरे प्रदेश में कोरोना से त्राहिमाम मचा हुआ है। वहीं वनांचल क्षेत्र में कोरोना पीडि़तों के लिए कोई व्यवस्था नहीं हैं। वहीं राज्य सरकार की अनैतिक निर्णय हैरान करने वाली हैं।किसी कोरोना पीडि़त की मृत्यु होती है तो उसके शव को देने के लिए 2500 रू वसूल किए जा रहे हैं। क्या ये भी राजीव गांधी न्याय योजना के अंतर्गत वसूले जा रहे हैं?
विपक्ष जब सही मुद्दों को उठाती है, तो भूपेश बघेल कहते हैं विपक्ष के लोग गाल बजा रहे हैं। क्या सरकार कोरोना काल में कोई व्यवस्था ना कर सके तो क्या विपक्ष जनता के लिए आवाज भी ना उठाए? हम जनता के प्रति अपना धर्म भूल जाएं क्या? भूपेश बघेल आपने जनता के लिए क्या किया ये तो बताएं। आपने कोरोना के नाम पर शराब का दाम बढ़ाकर करोडों रूपए वसूल किए, लेकिन कोरोना पीडि़तों के लिए कोई व्यवस्था नहीं किया।
उस राशि को सही मायने में कोरोना पीडि़तों के लिए व्यवस्था बनाने खर्च किए होते तो ये दिन देखने को नहीं पड़ता। कोरोना के प्रथम चक्र में अपना पीठ थपथपाते घूमते रहे कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी के मार्ग दर्शन में स्वयं भूपेश बघेल अपने सहित अपने मंत्री मंडल को इसका श्रेय देते रहे कि हमारे प्रयास से हमने छत्तीसगढ़ में कोरोना का जंग जितने में सफल रहे। हमेशा केंद्र सरकार को कोसते रहे। अब जब प्रदेश में कोराना से हालत बिगड़ी हुई है, तो अनाप शनाप बयान बाजी कर रहे हैं।
प्रदेश में कोरोना को क्रिकेट मैच कराकर आमंत्रण स्वयं ने दिया है। इस बात को स्वीकार नहीं कर रहे हैं। पिंकी शिवराज शाह ने कहा की हमारे पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजनांदगांव विधायक डॉ.रमन सिंह ने विधायक निधि 25 लाख एवं पूर्व मंत्री कुरूद विधायक अजय चन्द्राकर ने 20 लाख विधायक निधि से अपने विधानसभा में कोराना पीडि़तों के लिए व्यवस्था बनाने के लिए दिया है। अजय चन्द्राकर ने पहले चक्र में भी राशि देकर के वेंटिलेटर एवं आक्सीजन बेड की व्यवस्था करा रहे हैं। इन्होंने एक सच्चे जनप्रतिनिधि एवं जनता के मर्म को समझने वाले जन प्रतिनिधि होने का परिचय दिया है। वहीं हमारे सिहावा विधानसभा के विधायक नें सिर्फ क्वारेंटाईन सेंटर का निरीक्षण कर अपने जिम्मेदारी की इतिश्री कर लिया है। मरीजों को आक्सीजन बेड एवं वेंटीलेटर तो दूर क्वारेंटाईन सेंटर में रोके गए मरीजों को सोने के लिए बिस्तर तक उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं। उन्हें घर से बिस्तर लाने कहा जा रहा है।
क्षेत्र की जनता समझ गई है कांग्रेस और कांग्रेस के जनप्रतिनिधि उनके कितने हितैषी हैं? हम कोरोना काल में राजनीति नहीं कर रहे हैं पर जनता के लिए व्यवस्था तो होना ही चाहिए।
सिहावा विधानसभा के नगरी एवं मगरलोड विकासखंड में कोरोना से आने वाले आंकड़ा एवं मौत का आंकड़ा डरावना हो चुका है समय रहते हम नहीं सम्हले तो इससे बड़ा खामियाजा भोगना पड़ेगा।