महासमुन्द

दूर-दराज के लोग भी टेस्टिंग के लिए पहुंचे और घंटों इंतजार के बाद भी वे जांच नहीं करवा पाए
20-Apr-2021 8:31 PM
दूर-दराज के लोग भी टेस्टिंग के लिए पहुंचे और  घंटों इंतजार के बाद भी वे जांच नहीं करवा पाए

आरटीपीसीआर का सैंपल जांच के लिए भेजा ही नहीं जा रहा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 20 अप्रैल
। पिछले 4 दिन से जिले का आरटीपीसीआर सैंपल राजधानी में टेस्टिंग के लिए भेजा ही नहीं जा रहा है साथ ही जिले में एंटीजेन व अन्य टेस्टिंग किट की भारी कमी है। जिसके कारण जिले में कोरोना जांच पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। आरटीपीसीआर सैंपल जांच के लिए नहीं भेजने के कारण वर्तमान में इसकी सैंपलिंग भी नहीं की जा रही है। 

हालांकि लिमिटेड किट के साथ बहुत ही कम लोगों की जांच की जा रही है जिसके चलते लोग काफी परेशान हैं। यह स्थिति जिला मुख्यालय के साथ-साथ पूरे जिले की है जहां रोजाना सैंकड़ों की संख्या में लोग जांच के लिए पहुंचते हैं, लेकिन उन्हें किट नहीं होने की जानकारी देकर वापस भेज दिया जाता है। जिले में बहुत ही कम संख्या में कोरोना जांच किट है। एंटीजेन टेस्टिंग का टारगेट जिले में हजार का था, लेकिन वर्तमान में यह आंकड़ा किट नहीं होने के कारण दूर हो गया है। इस अव्यवस्था को लेकर लोगों में काफी नाराजगी है। इसके लिए भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा जिले के विभिन्न स्थानों पर विरोध प्रदर्शन भी किया गया,फिर भी स्थिति ज्यों की त्यों है।

कल पिथौरा के शहीद भगत सिंह खेल मैदान स्थित फीवर क्लीनिक में कोरोना जांच के लिए लोग सुबह से ही पहुंचते रहे। यहां लोग दोपहर तक स्वास्थ्य कर्मियों का ही इंतजार करते रहे। चूंकि क्षेत्र के दूर-दराज के लोग भी टेस्टिंग के लिए पहुंचे और घंटों इंतजार के बाद भी वे जांच नहीं करवा पाए, लिहाजा उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कई संदिग्ध मरीज तो टेस्टिंग नहीं होने के कारण वापस लौट गए।  इसी तरह पिछले एक हफ्ते से जिला मुख्यालय के खरोरा स्थित फीवर क्लीनिक में भी कोरोना जांच प्रभावित है। कुछ सैंपल व जांच के बाद दोपहर 12 बजे तक वहां जांच खत्म कर दी जाती है। इसके लिए टेस्टिंग किट की अनुपलब्धता ही लोगों को बताई जाती है। जिसके कारण कई लोग रोजाना जांच के लिए पहुंचने के बाद भी जांच नहीं करवा पा रहे हैं। पूर्व में शहर के भीतर टाउन हॉल में टेस्टिंग की जा रही थी, जिसे भी बंद कर दिया गया है।

बता दें कि जिले में 300 आरटीपीसीआर सैंपल प्रतिदिन भेजने का टारगेट है। वहीं एंटीजेन में 1000 जांच का टारगेट है। इसी तरह ट्रू नॉट के करीब 200 सैंपल लिए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बताया जा रहा है कि आरटीपीसीआर के ढेरों सैंपल की पेंडेंसी के साथ रायपुर एम्स और अन्य संस्थानों में जांच का लोड अधिक बढ़ गया है। इसी पेंडेंसी को समाप्त करने के लिए सैंपल लेने से मना किया गया है। वहीं एंटीजेन किट नहीं आने से भी जांच प्रभावित हो रही है।

इस मामले में सीएमएचओ डॉ एनके मंडपे का कहना है कि स्टेट से सैंपल का टारगेट पूरा हो जाने के कारण हमें सैंपल भेजने से मना किया गया है। पिछले 4 दिन से आरटीपीसीआर का सैंपल जांच के लिए भेजा ही नहीं जा रहा है। बाकी टेस्टिंग किट भी बहुत ही कम संख्या में है। राज्य से ही किट कम संख्या में आ रही है, जिसके कारण जिले के अलग-अलग जगहों पर उसी के हिसाब से टेस्टिंग की जा रही है।
 

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