गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 21 अप्रैल। नगर के वरिष्ठ पत्रकार रमेश पहाडिय़ा कोरोना से जंग जीत कर वापस आने के बाद जनता के नाम संदेश देते हुए कहा कि 15 दिन अस्पताल में भर्ती होने के बाद पूरी तरह स्वस्थ होकर कर घर वापस आया हूँ। मेरे फेफड़ों में इन्फेक्शन कुछ ज्यादा ही था। मुझे अस्पताल में एक बात समझ में आई, कोरोना बीमारी के कारण खाने का स्वाद नहीं आने और बुखार के कारण इच्छा नहीं होने पर लोग खाते नहीं है। अस्पताल में कर्मचारियों के पास समय की भारी कमी रहती है। इसका सबसे ज्यादा खामियाजा बुजुर्गों और कमजोर शरीर हो चुके लोगों को उठाना पड़ता है। 36 घंटे में ही कमजोरी आ जाती है और ऑक्सीजन का लेवल नीचे आ जाता है, जिसके कारण भयानक दिक्कतें होने लगती है। मुझे एक बात समझ में आई कि आपके आसपास कोई भी हो उसके परिवार का कोई भी सदस्य अस्पताल में भर्ती है, तो उसे संदेश पहुँचाइए कि अगर अच्छा नहीं लगे, अगर खाने की इच्छा भी न हो तो भी खाने में कोई कमी नहीं करें। पूरा आहार लेने के साथ ही मखाने, किशमिश, नारियल पानी भी लेते रहें वरना आप बीमारी से पहले ही कमजोरी के शिकार हो जाएँगे। जिन लोगों ने दुनिया छोड़ी है, वे बीमारी की बजाय कमजोरी के कारण ही इसके शिकार हुए हैं। अपने तमाम मरीजों को कहो - सब खाने के लिए एक दूसरे का ध्यान अस्पताल में अवश्य रखें। खाने में कोई कमी नही रखें और पानी भी पीते रहें।