बस्तर
जगदलपुर, 21 अप्रैल। आम आदमी पार्टी के बस्तर जिला अध्यक्ष तरुणा बेदरकर ने जारी विज्ञप्ति में कहा है कि वर्तमान में कोरोना महामारी के इस संकट की घड़ी में आर्थिक रूप से सबकी हालात खराब है व इस कोरोना महामारी से पीडि़त परिवार मजबूरी में अपनी जमापूंजी, गहने, घर, खेत गिरवी रखकर या उसे बेचकर इलाज के लिए हॉस्पिटल में रकम जमा करवा रहे हैं। जिन लोगों ने हेल्थ इंश्योरेंस भी लिया है उनका कार्ड भी हॉस्पिटल में नहीं चल रहा है। जिस पर मुख्यमंत्री को तत्काल संज्ञान लेते हुए इस पर एक कमेटी गठित करनी चाहिए। ताकि हॉस्पिटल व इंश्योरेंस कंपनी के बीच सेतु का काम किया जा सके व इलाज में आये खर्च में उसके पॉलिसी के कवर के हिसाब से कैशलेस किया जाए, जिससे इस संकटकाल में कोरोना से पीडि़त परिवार की मदद हो सकेगी।
वर्तमान में काफी बीमारियों के इलाज के लिए केवल सरकारी अस्पतालों को अधिकृत किया गया है, जिससे मरीजों को तकलीफ उठाना पड़ता है और इधर-उधर भटकना पड़ता है। आयुष्मान कार्ड, गरीबी रेखा राशन कार्ड द्वारा समस्त बीमारियों का इलाज सभी अधिकृत अस्पतालों में स्वीकृत किया जाए। इलाज हेतु राशन कार्ड मान्य किया जाए। हालांकि सरकार ने घोषणा की है लेकिन यह जमीनी स्तर पर नजर नहीं आ रहा है। कोई भी प्राइवेट अस्पताल राशनकार्ड से कोरोना का इलाज नहीं कर रहा है। सबसे ज्यादा दुर्गति उन मरीजों की हो रही है जिनमें कोरोना के लक्षण है, लेकिन एंटीजन टेस्ट निगेटिव है, उन्हें कोई अस्पताल लेने को तैयार नहीं होता। ऐसे मरीजों के लिए सभी अस्पतालों को निर्देशित किया जाए कि सभी अस्पताल ऐसे मरीजों को अस्पताल में एडमिट कर सके।