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महासमुन्द में डोर-टू-डोर पहुंच रही सब्जियां व फल
22-Apr-2021 6:14 PM
महासमुन्द में डोर-टू-डोर पहुंच रही सब्जियां व फल

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

महासमुंद, 22 अप्रैल। जिले में 19 अप्रैल से ठेले व साइकिल के माध्यम से गली.मोहल्लों में डोर.टू.डोर जाकर सब्जी, फल व राशन सामग्री बेचने की अनुमति दी गई थी। आज महासमुन्द नगर में डोर टू डोर टमाटर 20 रुपए.गोभी 60 रुपए किलो, मिर्ची 150 रुपए किलो,लाल भाजी 60 रुपए किलो,पत्ता गोभी 40 रुपए किलो,बरबट्टी 40 रुपए किलो,भिंडी 30 रुपए किलो,बैंगन 30 रुपए किलो,गोभी भाजी 30 रुपए किलो,सेब 400 रुपए किलो,अंगूर 300 रुपए किलो,संतरा 200 रुपए किलो,केला 60-80 रुपए दर्जन मिल रहा है।

हालांकि वर्तमान समय में जिले की बाडिय़ों में अधिकतर सब्जियों का भरपूर मात्रा में उत्पादन हो रहा है, लेकिन ठेले व साइकिल में सब्जी व फल बेचने वाले बहुत ही अधिक कीमतों में सब्जी व फल बेच रहे हैं। थोक सब्जी व्यवसायियों से मिली जानकारी के अनुसार जिले के अधिकतर बाडिय़ों में सब्जी बहुत ही कम दामों में बेच रहे हैं। लेकिन गलियों में बेचने वाले लोग बहुत ही अधिक दाम में सब्जियां बेच रहे हैं। ठीक इसके उलट गलियों में सब्जी बेचने वाले सीधे बाडिय़ों में ही दाम बढ़े होने की बात कहते हैं।

जानकारों की मानें तो मंडी बंद होने के कारण ही सब्जियों की कीमत में नियंत्रण नहीं हो पा रहा है। कंट्रोल व कॉम्पीटिशन नहीं होने के कारण डोर.टू.डोर बेचने वाले मनमाने दामों पर सब्जियां बेच रहे हैं। लॉकडाउन की स्थिति में अधिकतर व्यक्तियों का काम बंद है, ऐसे में आसमान छूती सब्जियों व फलों की कीमतों से आम लोग परेशान हैं। इस पर लोग कीमतों के नियंत्रण पर हस्तक्षेप करने की मांग प्रशासन से की जा रही है।

थोक सब्जी मंडी व्यापारी संघ के अध्यक्ष संतोष चंद्राकर बताते हैं कि वर्तमान समय में जिले की बाडिय़ों में बहुत अधिक सब्जियों का उत्पादन हो रहा है। सब्जियों की कीमत भी बाडिय़ों में कम ही है। इसमें 80 से 100 रुपए कैरेट टमाटर, 40 से 50 रुपए किलो मिर्ची व अन्य सभी सब्जियों की कीमत भी कम ही है। लॉकडाउन अवधि में मंडी के नहीं खुलने के कारण ही डोर-टू-डोर बिक रही सब्जियों की कीमतों में नियंत्रण नहीं हो पा रहा है। जबकि डोर-टू-डोर फल विक्रेता ने बताया कि लॉकडाउन के कारण बिलासपुर व अन्य शहरों के कोल्ड स्टोरेज से फल लाकर बेच रहे हैं। इसी के कारण ही इनकी कीमतें भी अधिक हो गई हैं।

मालूम हो कि जिले में कई गांवों में सब्जियों की बड़ी मात्रा में पैदावार होती है। इसमें नदी मोड़ घोड़ारी, चिंगरौद, सांकरा, आरंग, पेंड्रा, तुमगांव व अन्य जगहों पर लगभग सभी प्रकार की सब्जियां होती हैं। जिले में सिर्फ कुछ सब्जियां जैसे गाजर, परवल, चुकंदर व अन्य सब्जियों के छोड़ सभी सब्जियां स्थानीय बाडिय़ों से पर्याप्त मात्रा में मिल जाती हैं।

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