बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलरामपुर, 22 अप्रैल। जिले के सेमरसोत अभ्यारण के अंतर्गत बुद्धूडीह गांव के समीप जंगल में जंगली सूअर के शिकार करने के मामले में वन विभाग की टीम ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं अन्य आरोपी की तलाश की जा रही है। वन विभाग की टीम को आरोपियों के पास से जंगली सूअर का मांस, वनजीव के शिकार में उपयोग किए गए हथियार बरामद किए गए हैं।
सेमरसोत अभ्यारण के अधीक्षक वी.भी केरकेटा ने बताया कि जहां पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है वहीं ग्रामीणों के द्वारा लॉकडाउन का फायदा उठाते हुए वन जीवों का शिकार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जैसे ही हमारी टीम को सूचना मिली कि कुछ शिकारी बुद्धूडीह जंगल की ओर शिकार करने गए हुए हैं। रेंजर डी.पी सोनवानी नेतृत्व में टीम तत्काल जंगल की ओर रवाना हुई। जहां शिकारियों की तलाश शुरू हो गई। हालांकि वन विभाग को पहले दिन उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा। लेकिन फिर भी वन विभाग की टीम ने हार नहीं मानी और दूसरे दिन फिर से शिकारियों की तलाश में जंगलों के चप्पे-चप्पे में तलाश शुरू कर दी गई। तत्पश्चात वन विभाग की टीम को बड़ी सफलता हासिल हुई।
इस कार्रवाई के दौरान वन विभाग ने संतन नाग कोटपली, रमेश उर्फ चरकु कोटपली, हरि नाग कोटपली, लखन नगेसिया बुधुडीह, रामकुमार कोटपली एवं देवचरण बुधुडीह को मौके से धर दबोचा, वहीं आरोपियों के पास से जंगली सूअर का मांस, शिकार में उपयोग किए गए भरमार बंदूक 1 नग,भाला 1 नग , टांगी 2 नग, छर्रा बारूद बरामद किया है।
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि इस मामले में और भी लोग हैं। जब्त जंगली सूअर के मांस को वन विभाग की टीम ने कार्यालय परिसर में ही जला कर खत्म कर दिया है। गिरफ्तार 6 आरोपियों को न्यायालय पेश किया गया है। वहीं अन्य आरोपी की तलाश शुरू कर दी गई है।