बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 23 अप्रैल। आदिम जाति कल्याण विभाग, सहकारिता विभाग के मंत्री तथा बस्तर जिले के प्रभारी मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ी जा रही इस लड़ाई में कोई कसर नहीं रखी जायेगी। उन्होंने कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई के लिए आवश्यक संसाधनों की पूर्ति के लिए डीएमएफटी की राशि का प्राथमिकता के साथ उपयोग किया जाएगा।
मंत्री श्री टेकाम ने यह बातें गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुई जिला खनिज निधि न्यास के शासी परिषद की बैठक में कही।
मंत्री श्री टेकाम ने बस्तर जिले में कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण के लिए उठाए जा रहे कदमों की सराहना करते हुए कहा कि इस लड़ाई में निश्चित तौर पर विजय प्राप्त होगी। उन्होंने गर्मियों के दो बैठक में 2020-21 के कार्यों कार्यों की समीक्षा और 2021-22 के कार्यों का अनुमोदन तथा खनन से प्रभावित ग्राम पंचायतों की नवीन सूची का अनुमोदन किया गया। उन्होंने गर्मियों के दौरान पेयजल और निस्तारी जल का प्रबंध तथा कोरोना काल में ग्रामीणों के रोजगार के लिए आवश्यक प्रबंध के संबंध में निर्देशित किया। बैठक में सांसद दीपक बैज, बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल, संसदीय सचिव रेखचन्द जैन, हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप, चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम, कलेक्टर रजत बंसल सहित जनप्रतिनिधिगण शामिल हुए। जनप्रतिनिधियों ने बस्तर जिला प्रशासन के माध्यम से कोरोना पर नियंत्रण हेतु किये जा रहे प्रयासों के लिए प्रशंसा की। इस अवसर पर कलेक्टर रजत बंसल ने कोरोना टीकाकरण तथा आगामी एक मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के टीकाकरण के लिए की जा रही तैयारियों के संबंध में जानकारी दी।