राजनांदगांव
अब तक 364 की गई जान, 42 हजार में से 33 हजार हुए स्वस्थ, 8419 एक्टिव केस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 अप्रैल। राजनांदगांव जिले में कोरोना ने अप्रैल माह में इंसानी जीवन को तहस-नहस कर दिया है। कोरोना से जंग लड़ते लोगों को अपने रिश्तेदारों और करीबियों को बेमौत मरते देखना पड़ा। अप्रैल का पूरा महीना कोरोना के तांडव से दहशतभरा रहा है।
इस माह के 22 दिन में 151 लोगों की कोरोना ने जान ले ली। वहीं बीते सवा साल में जिले में 364 लोगों ने कोरोना से लड़ते दम तोड़ दिया। अप्रैल माह में कोरोना के भयानक रूप को देखकर अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। कोरोना के बढ़ते रफ्तार पर काबू पाने के लिए बीते पखवाड़ेभर से नांदगांव जिला पूरी तरह से लॉक है। इसके बावजूद कोरोना मौतों के मामले में कमी नहीं आ रही है। हालांकि कोरोना संक्रमित मरीजों की तादाद में आंशिक गिरावट दर्ज हुई है।
बताया जा रहा है कि प्रशासन की ओर से लगाए गए लॉकडाउन से कोरोना संक्रमण की चेन को तोडऩे में आंशिक कामयाबी मिली। लगातार कोरोना मौतों से लोगों को अपनी और परिवार की जान बचाने की चिंता सता रही है। कई घरों में छोटे बच्चे भी हैं। कम उम्र के बच्चों के साथ-साथ युवाओं पर भी कोरोना ने जानलेवा हमला किया है।
कोरोना की दूसरी लहर में 30 से 40 उम्र के लोगों की ज्यादा जान गई है। जबकि लगातार कोरोना से जंग लडऩे के लिए टीकाकरण अभियान भी जारी है। टीकाकरण को कोरोना से निपटने का एक कारगर उपाय माना जा रहा है। यद्यपि टीकाकरण के बावजूद कई लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। कोरेाना वारियर्स के रूप में दमदारी से मैदान में डटे चिकित्सक, नर्स, लैब टेक्निशियिन के अलावा स्वास्थ्य विभाग का मैदानी अमला भी टीकाकरण के बावजूद संक्रमित हुआ है। हालांकि वैक्सीन के चलते संक्रमण से ज्यादा खतरा नहीं होने का दावा किया जा रहा है। राजनंादगांव जिले में बेकाबू हो चुके कोरोना ने लोगों को घर पर दुबकने के लिए मजबूर कर दिया है। बताया जा रहा है कि दूसरी में अप्रत्याशित मौतों ने इंसान को पूरी तरह से तोडक़र रख दिया है।
इधर जिले में बीते मार्च माह तक कोरोना से 213 लोगों ने अपनी जान कोरोना से गंवाई थी। वहीं अप्रैल माह के 22 दिनों तक यह आंकड़ा 364 तक पहुंच गया है। अप्रैल माह के 10 से 14 अप्रैल के बीच कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 10 से पार था। वहीं अप्रैल माह के शेष दिनों को मिलाकर 151 लोगों ने कोरोना से जंग हारकर अपनी जान गंवाई है। अप्रैल माह में ही जिलेभर से 18 हजार 773 लोग संक्रमित हुए थे। जिसमें शहर से 6 हजार 141 और ग्रामीण क्षेत्र से 12 हजार 146 लोग शामिल थे। इधर कोरोना की दूसरी लहर से ग्रामीण इलाकों के मरीज अधिक सामने आ रहे हैं। वहीं अप्रैल माह के 22 दिनों में कोरोना संक्रमित मृतकों का आंकड़ा भी अधिक रहा।