राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 अप्रैल। कलेक्टर टीके वर्मा ने गुरुवार को दिग्विजय स्टेडियम स्थित डिस्ट्रिक वार रूम में कोविड-19 समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि कोविड-19 हॉस्पिटल में मरीज स्वस्थ होने के बाद भी डॉक्टर द्वारा डिस्चार्ज करने पर घर नहीं जा रहे हैं। जिसके कारण कोरोना से संक्रमित जरूरतमंद मरीजों को ऑक्सीलेटेड बेड नहीं मिल पा रहा है। स्वस्थ हुए मरीजों द्वारा ऐसा करना अपराध की श्रेणी में आता है। उन्होंने ऐसा करने वाले मरीजों पर कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। मरीज के स्वस्थ होने के बाद घर नहीं जाने से अन्य जरूरतमंद मरीजों को हॉस्पिटल में जगह नहीं मिल पा रही है। साथ ही इन मरीजों के ठीक होने के बाद भी हॉस्पिटल में रहने से अन्य संक्रमित मरीजों से फिर से संक्रमित होने की संभावना बनी रहती है। ऐसे मरीज जो स्वस्थ हो गए हैं और जिनको हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया है, वे घर जाएं। जिससे अन्य मरीजों को ऑक्सीलेटेड बेड उपलब्ध होगा।
कलेक्टर वर्मा ने शासकीय मेडिकल कॉलेज में प्रतिदिन मरीजों की आवश्यकता के अनुरूप ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था करने कहा। उन्होंने कहा कि जिले की सीमा क्षेत्रों को सील करके कड़ी निगरानी रखें। बाहर से आने वाले सभी लोगों का कोविड टेस्ट करें। उन्होंने रेल्वे स्टेशन में कोविड टेस्ट की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों से कोविड संक्रमण के अधिक केस आ रहे हैं। वहां लोगों को आइसोलेट करने की जरूरत है। कोरोना से मृत्यु होने पर प्रोटोकाल का पालन करते शव का अंतिम संस्कार करें, जिन घरों में कोरोना से मृत्यु हो रही है, वहां के सभी सदस्यों का अनिवार्य रूप से कोरोना टेस्ट जरूर कराएं।
कलेक्टर वर्मा ने जिले में कोविड-19 के टेस्ट की जानकारी लेते कहा कि टेस्टिंग किट पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है। कोविड केयर सेंटर में होने वाली मृत्यु तथा वहां से डिस्चार्ज लोगों की रिपोर्ट भी प्रस्तुत करें। जिले में कोविड निगेटिव और पॉजिटिव आने वाले लोगों की एंट्री करें। साथ ही संक्रमण से ठीक होने वाले मरीजों का डाटा भी रखें। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ अजीत वसंत, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, नगर निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी, एसडीएम मुकेश रावटे, डिप्टी कलेक्टर विरेन्द्र सिंह, डिप्टी कलेक्टर राहुल रजक, डीएसपी लोकेश देवांगन, डीपीएम गिरीश कुर्रे, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. बीएल कुमरे, जिला शिक्षा अधिकारी एचआर सोम, ईडीएम सौरभ मिश्रा, शासकीय मेडिकल कालेज के अरविंद चौधरी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।