कोण्डागांव
राज शार्दुल
विश्रामपुरी (जिला कोंडागांव), 23 अप्रैल। बस्तर मे कोविड 19 के बढ़ते संक्रमण से ओडिशा में खौफ दिखाई दे रहा है जिसे लेकर ओडिशा प्रशासन सतर्कता बरत रही है। ओडिशा प्रशासन के आला अधिकारियों के निर्देश पर जिले से लगी सीमाओं को सील किया गया है। इतना ही नहीं बल्कि सीमाओं पर ओडिशा पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी दिन भर गस्त करते नजर आ रहे हैं। मुख्य रास्तों पर बैरिकेड लगा दिये गये है। छत्तीसगढ़ से जाने वाली ओडिशा रास्तों को पूरी तरह सील कर दिया गया है।
छत्तीसगढ़ में कोविड 19 की बढ़ती संक्रमण की खबरों से उड़ीसा प्रशासन चिंतित दिखाई दे रही है। जिले के सीमावर्ती गांवों में भी कोविड-19 का संक्रमण बढ़ रहा है इसी के चलते ओडिशा प्रशासन ने छत्तीसगढ़ की सीमा पर पहुंचकर रास्तों को सील करने का काम कर रही है।।
ज्ञात हो कि जिले के कई गांव से ओडिशा का सीमा सटा हुआ है जहां से हमेशा लोगों की आवाजाही होती है। लॉकडाउन के दिनों को छोड़ दें तो जिले के लोगों का प्रतिदिन ओडिशा आवाजाही चलती रहती है। चाहे व्यवसाय हो या रिश्ते नाते का कार्य हो या कोई अन्य कार्य, क्षेत्र के लोग हमेशा ही ओडिशा के संपर्क में रहते हैं। ओडिशावासियों के साथ जिले के कई लोगों का रोटी बेटी का भी रिश्ता बना हुआ है जिसके चलते यहां के लोगों का ओडिशा जाना एवं ओडिशा के लोगों का यहां आना बना रहता है।
जिला मुख्यालय के समीप बसे उमरकोट से लेकर माकड़ी ब्लाक के एरला एवं बड़े राजपुर ब्लॉक के गमरी, हल्दा, बांसकोट, मारंगपुरी, सलना आदि कई ऐसे गांव हैं जो ओडिशा की सरहद से लगे हुए हैं। इस समय माकड़ी ब्लाक के अंतर्गत एरला एवं बड़े राजपुर ब्लॉक के अंतर्गत मारंगपुरी मे थोक में मरीज मिले हैं। जहां से लोगों का आज भी ओडिशा आना जाना लगा है। लॉकडाउन घोषित होने के बाद क्षेत्र में प्रशासन पूरी तरह चौकशी बरत रही है। पुलिस भी लगातार गश्त कर रही है किंतु पुलिस के पास इतना बल नहीं है कि प्रत्येक रास्ते पर निगरानी किया जा सके। मुख्य रास्ते जहां से दोपहिया वाहनों की आवाजाही होती है उनको तो रोका जा सकता है किंतु जंगल के अंदर से पगडंडियों से होकर कई ऐसे रास्ते हैं जहां से लोग साइकल एवं मोटरसाइकिल से आना-जाना करते दिखाई देते हैं।
जिले में लगातार कोविड-19 के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस समय ओडिशा से भयावह स्थिति छत्तीसगढ़ में दिखाई दे रही है जिसके चलते छत्तीसगढ़ से ज्यादा ओडिशा चिंतित है कि कहीं छत्तीसगढ़ के लोग यहां पहुंचकर कोरोना संक्रमण न फैला दें। इसी के चलते ओडिशा प्रशासन ने जिले के सरहदी क्षेत्रों में पेड़ों को काटकर मार्ग सील कर दिया है। मांरगपुरी एवं झोडिय़ापारा में पेड़ के मोटे तनों को काटकर मार्ग सील किया गया है। वहां उपस्थित उड़ीसा के पुलिसकर्मी सलना के समीप झोडिय़ापारा में जहां से ओडिशा सीमा लगता है शाल के मोटे तनों को काटकर मार्ग सील किया गया है। जहां एक पुलिसकर्मी ,एक होमगार्ड तथा एक कोटवार को नियुक्त किया गया है ताकि इस रास्ते से किसी भी प्रकार से छत्तीसगढ़ के लोगों की आवाजाही न हो सके।
ड्यूटी पर तैनात ओडिशा के कर्मचारियों ने बताया कि प्रशासन के निर्देश पर वे यहां दिन भर बैठे रहते हैं हालांकि रात को मार्ग को पूरी तरह अवरुद्ध कर के वहां से चल देते हैं किंतु सुबह होते ही पुन: ड्यूटी पर पहुंच जाते हैं। ऐसा ही नजारा सीमा से लगे अन्य रास्तों पर भी देखने को मिल रहा है हल्दा एवं गमरी में भी इसी तरह ओडिशा पहुंच मार्ग को अवरुद्ध किया गया है ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जाए।
इस संबंध में तहसीलदार पड़े राजपुर आशुतोष शर्मा ने बताया कि ओडिशा प्रशासन के द्वारा छत्तीसगढ़ की सीमा में बड़े राजपुर तहसील से लगे तीन स्थानों पर दिल्ली गेट से लगाकर चौकसी की जा रही है । रास्तों को इस तरह बंद किया गया है कि यहां उन उन जगहों से गाड़ी की आवाजाही संभव नहीं है।