दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 24 अप्रैल। दंतेवाड़ा जिले के बचेली व भांसी के बीच बचेली से करीब 5 किमी दूर, नेरली ब्रिज के पास नक्सलियों ने पटरी को क्षतिग्रस्त किया, जिससे विशाखापट्टनम से किरंदुल आ रही यात्री ट्रेन का इंजन व एक बोगी पटरी से उतर गई। लोको पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए ब्रेक लगा दिया, जिससे दुर्घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, बड़ा हादसा टला।
घटना शुक्रवार की रात 9.30 व 10 बजे के बीच की बताई जा रही है। यात्री टे्रन पटरी से उतरने के बाद नक्सलियों ने ट्रेन में चढक़र यात्रियों को पर्चा थमाया गया। पर्चे में 26 अप्रैल को बंद को सफल बनाने की बात लिखी हुई है। घटना की पुष्टि एसडीओपी ने की।
घटना की सूचना मिलते ही रात में दंतेवाड़ा पुलिस अधिक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव, एसडीओपी किरंदुल देवांश राठौर, बचेली थाना प्रभारी अमित पाटले, रेल्वे अधिकारी, रेल्वे पुलिस, डीआरजी दंतेवाड़ा कमांडेंट, सीआरपीएफ, सिविल पुलिस बचेली, किरंदुल, भांसी के जवान घटनास्थल पर तत्काल पहुंचे और रात में ही वाहनों की व्यवस्था कर सभी यात्रियों को सुरक्षित अपने-अपने घरों में पहुंचाया गया।
रेलवे के एडीईएन ने बताया कि किरंदुल व बचेली के 40 यात्री ट्रेन में सवार थे। इस स्थान पर अमूमन ट्रेन की गति धीमी रहती है, लोको पायलट को पटरी पर कुछ होने की भनक लगते ही उसने ट्रेन की गति को और धीमा कर दिया। उसकी सूझबूझ के कारण बड़ा हादसा होते टल गया। सभी यात्री सुरक्षित हंै। रेलवे के करीब 50 कर्मचारी व अधिकारी तत्काल मरम्मत में जुट गए।
वर्तमान में रेल दोहरीकरण का कार्य चल रहा है। यह क्षेत्र पूरी तरह से जंगल से घिरा हुआ है। जिस ब्रिज के पास इस घटना को अंजाम दिया गया है ब्रिज की ऊंचाई 40 फीट से अधिक ऊंची है। लोको पायलट के सूझबूझ से ही बड़ा हादसा टला है।
यह पहला मौका है, जब नेरली पुलिया के पास नक्सलियों ने यात्री ट्रेन को निशाना बनाया है। अमूमन मालगाडिय़ों को निशाना बनाया जाता है। ब्रिज के आसपास व पेड़ों में नक्सलियों ने पर्चे लगाये हंै। पर्चे में 26 अप्रैल को भारत बंद का सफल बनाने का आह्वान किया गया है।
12 घंटे में पटरी मरम्मत
पुलिस द्वारा यात्रियों को सुरक्षित निकालने और उन्हें गंतव्य तक पहुंचाने के साथ ही पटरी मरम्मत भी तत्काल शुरू किया गया। जवानों की मेहनत के चलते 12 घंटे में मरम्मत पूर्ण कर ली गई। इस तरह से युद्ध स्तर पर पटरी को बहाल किया गया। ट्रेन का आवागमन नियमित रूप से जारी रहा।
पुलिस अधीक्षक के मुताबिक लंबे अरसे से नक्सली पुलिस को नुकसान नहीं पहुंचा सके। वहीं घर वापस आइये अभियान से भी नक्सली संगठन को बड़ा नुकसान पहुंचा। इसके फलस्वरूप पहली दफा यात्री ट्रेन को निशाना बनाने की नक्सली साजिश नाकामयाब हो गई।