दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 26 अप्रैल। भिलाई इस्पात संयंत्र के 25 मेगा वाट क्षमता के पावर एंड ब्लोइंग स्टेशन 2 के स्टीम टर्बो जनरेटर नं. 04 के कंट्रोल रूम में बलात प्रवेश कर इमरजेंसी बटन के कवर को तोडक़र बटन बंद करने वाले चार आरोपियों को भट्टी पुलिस के द्वारा आज सुबह गिरफ्तार कर लिया गया है। चारों आरोपियों के खिलाफ 3 लोक सम्पत्ति को नुकसानी का निवारण अधिनियम 1984 सहित अन्य धाराओं में कार्रवाई की गई है।
भट्टी थाना प्रभारी भूषण एक्का ने बताया कि के. प्रेम कुमार बीएसपी के पावर एण्ड ब्लोइंग स्टेशन 2 वरिष्ठ प्रबंधक की रिपोर्ट पर कल देर रात चारों आरोपियों में सुनील कुमार शर्मा, ब्रजेश कुमार सिंह, उमेश कुमार दास, निशांत सूर्यवंशी के खिलाफ धारा 488, 186, 427 3 लोक सम्पत्ति को नुकसानी का निवारण अधिनियम 1984 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था। आज भट्टी पुलिस द्वारा कार्यवाही करते हुए चारों ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली गई है।
गौरतलब हो कि वेतन समझौता नहीं होने से नाराज आंदोलित युवा कर्मियों के द्वारा 24 अप्रैल के प्रात: 7 बजे के आसपास पास पावर एंड ब्लोइंग स्टेशन 2 के स्टीम टर्बो जनरेटर नं. 4 के इंचार्ज कार्तिक राम भगत (आपरेटर कम्प टेकनिशियन) जिसकी भी रात्रि कालीन इयूटी थी। उस दौरान आरोपी सुनील कुमार शर्मा, ब्रजेश कुमार सिंह, उमेश कुमार दास, निशांत सूर्यवंशी के द्वारा सुबह लगभग 6.56 बजे सुनियोजित तरीके से ज़बरदस्ती इकाई में अनाधिकृत तरीके से स्टीम टर्बो जनरेटर नं. 04 कन्ट्रोल रूम के अंदर संरक्षित क्षेत्र में बलात प्रवेश किया । रोके जाने के बावजूद उन लोगों ने इमरजेंसी बटन के कवर को तोड़ कर स्विच बंद करके चले गये , जिससे एस टी जी-4 इकाई का पूरा ऑपरेशन बंद हो गया। पॉवर एंड ब्लोइंग स्टेशन 2 मे 25 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है । जहां से ऑक्सीजन प्लांट , ब्लास्ट फर्नेश आदि को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष तौर पर विद्युत का प्रवाह होता है।
ऑक्सीजन प्लांट, ब्लास्ट फर्नेश आदि को नुकसान होने सी सम्भावना थी। कोविड 19 संक्रमण बीमारी के समय भिलई स्टील प्लांट छत्तीसगढ़ राज्य के अलावा अन्य राज्यों में ऑक्सीजन सप्लाई कर रहा है । उपरोक्त आरोपियों द्वारा जानबूझकर केन्द्र सरकार की सार्वजनिक उपकरण भिलाई इस्पात संयंत्र को बड़े नुक़सान में डालने के लिए तथा विद्युत आपूर्ति और वर्तमान समय के महामारी कोविड 19 के समय में देश के अति महत्वपूर्ण सार्वजनिक उपकरण को क्षति पहुँचाने के उद्देश्य से उक्त कर्मचारियों के द्वारा यह कृत्य किया गया। जिसके बहुत भयावह परिणाम इस कोविड समय में हो सकते थे । इनकी इस हरकत से बायलर के स्टीम लाइन मे विस्फोट भी हो सकता था।