बालोद
बिछी बर्फ की चादर, फसलों को नुकसान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 27 अपै्रल। सोमवार दोपहर को वनांचल ग्राम भीमपुरी व दुर्गिटोला में तेज हवा व बारिश के साथ जमकर ओलावृष्टि हुई। खेतों-तालाबों के साथ-साथ पूरे गंाव में बर्फ की चादर बिछ गई।
डौंडीलोहारा ब्लॉक मुख्यालय अन्तर्गत वनांचल ग्राम भीमपुरी व दुर्गी टोला में कल दोपहर ढाई से साढ़े 3 बजे तक तेज हवा व बारिश के साथ भयानक ओलावृष्टि हुई। जिससे गांव के खेतों, सडक़ों, पेड़-पौधों से लेकर तालाबो तक मे बर्फ की चादर बिछ गई तथा पूरा का पूरा गांव ही बर्फ से ढका होने के कारण सफेद नजर आने लगा।
ग्रामीणों का कहना है कि इससे पहले पिछले कई वर्षों में उन्होंने गाँव में ऐसी ओलावृष्टि नहीं देखी। पानी के साथ ओले इतनी रफ्तार से व इतनी ज्यादा मात्रा में गिर रहे थे कि बारिश व आंधी तूफान थमने के कई घंटों बाद भी गांव में बर्फ की चादर बिछी रही। इतनी बड़ी मात्रा में ओले गिरते देख ग्रामीण अच्चम्भित रह गए।
ग्रामीणों ने कहा नहीं देखा इससे पहले ऐसा नजारा
ग्रामीण सुग्रीव विश्वकर्मा, माहरा सलामें, सहदेव विश्वकर्मा, रूपेश सिन्हा, मोहन सिन्हा, बीरबल साहू, रूपराम शारवा व अन्य ने बताया कि उन्होंने अपनी पैदाईस के बाद से पिछले 30 से 40 बरस में गांव मे ऐसी बारिश,आंधी तूफान व ओलावृष्टि नहीं ंं देखी।
ग्रामीणों ने बताया कि ओलावृष्टि से गांव के तालाब में सफेद बर्फ की चादर बिछ गई थी, पेड़ों के पत्ते पूरी तरह झड़ गए,कई स्थानों पर टिन शेड भी उड़ गए,गाँव में के स्थानों पर सडक़ो में कीचड़ फैल गया,फसलों को नुकसान पहुचा, बिजली चली जाने से परेशानी हुई। ऐसा नजारा उन्होंने आज से पहले कभी नहीं देखा।
मूंग व धान की फसल को पहुंचा नुकसान
इस संबंध में जानकारी देते हुए ग्रामीण व भाजपा मंडल अध्यक्ष रूपेष सिन्हा ने बताया कि उनके द्वारा गाँव मे ही 1 से डेढ़ एकड़ में मूंग की फसल व किसान भागवत शारवा व अन्य द्वारा लगभग 5 से 6 एकड़ में धान की फसल बोई गई थी लेकिन जमकर ओलावृष्टि होने से फसल को बुरी तरह क्षत्री पहुंची है,धान की बालियां पूरी तरह से झड़ गयी है।जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान भी हुआ है।