धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 29 अपै्रल। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत नगरी के समझाइश के बाद टीका लगाने घोरागांव के कमार तैयार हुए।
उदंती सीतानदी अभ्यारण्य के नक्सल प्रभावित ग्राम घोरागांव के 16 कमार परिवार के 28 सदस्य कोरोना का टीका लगाने तैयार नहीं थे। ग्राम पंचायत भोथली के सरपंच दुर्गेश्वरी पालेश्वर द्वारा पंचायत सचिव, रोजगार सहायक, मितानिन एवं स्थानीय शिक्षक के साथ घर-घर जाकर समझाइश देने पर भी लोग भ्रामक जानकारी के कारण टीका लगाने तैयार नहीं थे। सरपंच के आग्रह पर 28 अप्रैल को जनपद पंचायत नगरी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) पीआर साहू ने पंचायत निरीक्षक आनंद साहू एवं सहायक विकास विस्तार अधिकारी मिश्रीलाल गौर को साथ लेकर घोरागांव पहुंचे।
उपसरपंच घनश्याम मरकाम रोजगार सहायक हरीश कुमार साहू ने घर-घर जाकर लोगों को एक ही स्थान पर इक_ा किया।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री साहू ने पेड़ की छाया में चौपाल लगाकर टीका लगाने की अनिवार्यता तथा भ्रामक जानकारियों के संबंध में छत्तीसगढ़ी बोली में ही लोगों से विस्तार से चर्चा की। वार्ड पंच लता बाई सोरी, ग्रामीण अध्यक्ष सोमनाथ सोरी एवं ग्राम पटेल दाऊ राम सोरी ने बताया कि ग्राम में जितने लोग टीका लगवाएं हैं। वे सभी हफ्ता 10 दिन से बीमार हैं। जिसे देखने वाला कोई नहीं है। इसलिए बाकी लोग टीका लगाने से डर रहे हैं।
मितानिन ईश्वरी मरकाम ने बताया कि सबको दर्द, बुखार के 2- 2 दिन की दवाई दी गई थी। ग्राम के नागरिक मोतीराम धु्रव, सोमनाथ, देवजी, कार्तिक धु्रव, महिला समूह की गणेशी बाई, राधाबाई, प्रमिला, नीराबाई आदि ने स्वास्थ्य परीक्षण के लिए टीम भिजवाने का निवेदन किया।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी पीआर साहू द्वारा समझाइश दी गई कि बुखार टीकाकरण के कारण नहीं है, जो लोग टीका नहीं लगवाएं हैं वे भी बीमार हैं तथा यह मौसम के कारण हैं। इससे घबराने की आवश्यकता नहीं हैं। स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था करायी जावेगी। पंचायत निरीक्षक आनंद साहू ने टीकाकरण के संबंध में कई जानकारी दी। घंटे भर की समझाइश के बाद सभी ग्रामीण टीका लगाने सहमत हो गए।