धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 29 अप्रैल। लॉकडाउन के चलते शहरी मजदूरों के काम-धाम भले ही बंद है, लेकिन सरकार की दूरदर्शिता से गांवों में ग्रामीणों को मनरेगा के तहत भरपूर काम मिल रहा है, मजदूरी में मिलने वाली राशि से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को काफी बल मिल रहा है। काम के दरम्यान कोविड गाईड लाईन का पालन कराने अधिकारी अतिरिक्त सावधानी बरत रहे हैं ।
गौरतलब है कि कुरुद जनपद पंचायत अंतर्गत अंतर्गत 63 पंचायतों में 109 कार्य मनरेगा के तहत कराए जा रहे हैं , जिसमें रोज 6 हजार से अधिक लोगों को काम मिल रहा है । जनपद अध्यक्ष शारदा लोकनाथ साहू ने बताया कि पूर्व में हमारे द्वारा भेजे गये प्रस्ताव में से सरकार ने कुरुद जनपद में 821 कार्यों को स्वीकृति प्रदान की है, जिसमें से विभिन्न पंचायतों में मनरेगा कार्य जारी है। श्रीमती साहू ने बताया कि अब तक 4772.52 लाख रुपए के कार्य हुए हैं।
जनपद सीईओ एसएन वर्मा ने कोरोना गाइड लाइन के पालन संबधी सवाल के जवाब में कहा कि पहले पूरे गांव के लोग एक साथ कार्य स्थल पर आ रहे थे, जिसमें सोशल डिस्टेंस मेंटेन करना मुश्किल हो रहा था, जिसमें सुधार कर वार्ड-वार काम के दिन तय कर देने से अब भीड़ नहीं जुट रही है ।
जनपद अधिकारी ने यह भी बताया कि मनरेगा कार्यस्थल पर सेनेटाइजर और साबून पानी का इंतजाम होता है , हमेशा मास्क का प्रयोग करने एवं टीकाकरण करा चुके लोगों को काम में प्राथमिकता दी जाती है, कोरोना लक्षणों वाले को काम में आने की मनाही है।
इसी तरह ग्राम पंचायत गोजी के सरपंच थानेश्वर तारक बताते हैं कि उनके यहां मनरेगा के तहत लाखों के कार्य प्रगति पर है । जिसमें तालाब गहरीकरण, चारागाह समतलीकरण, डबरी निर्माण कार्य जारी है जिसमें सैैैकड़ों मजदूर कार्यरत हैं। कुछ मजदूरों का कहना था कि मनरेगा योजना कोरोनाकाल में उनके लिए वरदान साबित हुई हैै, काम के बदले मिले पैसे इस आपदा में बहुत काम आ रहेे है ।