गरियाबंद

नारीपानी-कंवरआमा के जंगल में पहुंचे हाथी, नदी होने से पानी-चारा आसानी से मिल रहा
01-May-2021 6:55 PM
नारीपानी-कंवरआमा के जंगल में पहुंचे हाथी,  नदी होने से पानी-चारा आसानी से मिल रहा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मैनपुर, 1 मई।
पहली बार हाथियों ने अपना नया रास्ता चुना है, और नारीपानी-कंवरआमा के जंगल में पहुंचे हैं। यहां पर नदी है, जिससे उनको पानी के साथ चारा आसानी से मिल रहा है। हाथियों पर वन विभाग के अफसर-कर्मी नजर रखे हुए हैं। वहीं लोगों में हाथियों की मौजूदगी से दहशत है।

ज्ञात हो कि गुरूवार दिन भर हाथियों का दल तहसील मुख्यालय मैनपुर के नजदीक फुलझर घाटी में अपना डेरा डाले हुए थे । नेशनल हाईवे 130 सी मार्ग को शाम 7 बजे पार कर फुलझर जलाशय के तरफ रात में बढ़ गये थे, लेकिन फुलझर जलाशय में जाने के बजाय सलफ जलाशय बांध स्थल पर 15 हाथियों के दल ने रात को लगभग 12 बजे तक विश्राम करने के बाद फिर वापस नेशनल हाईवे 130 सी मैनपुर, पैरी गंगा कॉलेज के सामने एक किसान के खेत में  नुकसान पहुंचाने के बाद सडक़ पर हाथियों का दल खड़ा हो गया। 

हाथियों पर पिछले दो दिनों से नजर रखे वन विभाग एवं हाथी मित्रदल के सदस्यों ने सडक़ के दोनों तरफ आने जाने वाले वाहनों को रोककर हाथी का दल नेशनल हाईवे मार्ग होने की जानकारी देते रहे, लेकिन रात ढाई बजे के आसपास रायपुर से एक एम्बुलेंस चालक को मैनपुर अस्पताल के सामने रोककर बताया गया कि 100 मीटर की दूरी पर नेशनल हाईवे पर हाथियों का दल मौजूद है। पर एम्बुलेंस चालक ने एम्बुलेंस को आगे बढ़ा दिया। महज 100-200 मीटर की दूरी पैरींगंगा कॉलेज के पास नेशनल हाईवे पर हाथियों का दल खड़ा था। एम्बुलेंस चालक ने अचानक हाथियों को देखकर अपना नियंत्रण खो दिया था। जैसे तैसे वाहन को मोड़ा और वापस वन विभाग के टीम के पास पहुंचकर टीम के सदस्यों से माफी मांगी। एम्बुलेंस चालक ने बताया कि उन्होंने जंगली हाथियों को इस तरह खुले सडक़ पर विचरण करते कभी नहीं देखा था। शुक्रवार सुबह 6 बजे के आसपास हाथियों के दल सडक से हटने के बाद एम्बुलेंस चालक देवभोग के तरफ बढ़े। 

देवभोग के तरफ सडक़ निर्माण कार्य में लगे हाईव वाहन चालक भी अचानक फुलझर घाटी मां भगवती मंदिर के पास तीन हाथियों को सडक़ पर देखकर कांप उठा। सडक़ के बीचों बीच गाड़ी को खड़े कर मंदिर में रातभर अपनी जान बचाने को घुस गया। सुबह हाथियों के दल जाने के बाद हाईवा चालक ने आगे बढ़ा और कहा अब रात के समय इस मार्ग पर वे काम नहीं करेंगे। वहीं रात भर गांव-गांव ग्रामीण पटाखे फोड़ते रहे कि गांव में हाथी न घुसे।

बहरहाल हाथियों का दल दो-तीन दिन के नन्हें शावक को लेकर फुलझर मंदिर तालाब में रात को पानी पीने के लिए ठहरा था और मां भगवती मंदिर बुढ़ादेव मंदिर होते हुए एक किसान के फसल को  नुकसान पहुंचाने के बाद पैरी गंगा कॉलेज के सामने नेशनल हाईवे मार्ग में सुबह 4 बजे तक मंडराता रहा। इसके बाद हाथियों का दल ग्राम मैनपुरकला नदी को पार कर पंडरीपानी, स्कूल के बगल से होते हुए दिन को 10 बजे के आसपास नारीपारी और कंवरआमा के जंगल में ठहरा हुआ है, जहां पर नदी है, यहां हाथियों को पानी के साथ चारा आसानी से मिल रहा है।
 

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news