राजनांदगांव
राजनांदगांव, 01 मई। जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. रमाकांत शर्मा ने कोविड-19 से बचाव हेतु रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपायों के संबंध में छत्तीसगढ़ शासन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग एवं संचालनालय आयुष छत्तीसगढ़ रायपुर द्वारा जारी दिशा-निर्देश के अनुरूप कार्य करने के लिए सभी आयुष संस्था प्रभारी को निर्देशित किया है।
जारी निर्देश में कहा गया कि छत्तीसगढ़ शासन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग एवं संचालनालय आयुष छत्तीसगढ़ रायपुर द्वारा जारी गाईड लाइन के अनुसार कोविड-19 की रोकथाम एवं बचाव हेतु जनसामान्य की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने हेतु अपने-अपने आयुष संस्था के माध्यम से कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते काढ़ा वितरण किया जाना सुनिश्चित करें, ताकि अधिक से अधिक जनसामान्य इसका उपयोग कर रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि कर सकें। इस हेतु आपको पूर्व में भी निर्देश जारी किए जा चुके हैं।
आदेशानुसार यह कहा गया है कि ग्रामीण स्तर पर भी क्वारेंटाइन सेंटर स्थापित किया गया है। स्थानीय जन प्रतिनिधि, मुखिया, प्रधान, ग्राम पंचायत स्तर पर जानकारी प्राप्त कर सहयोग व ताल-मेल स्थापित करते संस्था में आने वाले व्यक्तियों, रोगियों तथा क्वारेंटाइन सेन्टर में क्वारेंटाइन किए गए व्यक्तियों, रोगियों व ड्यूटी पर उपस्थित कर्मचारियों (कोरोना वारियर्स) को काढ़ा उपलब्ध कराने हेतु काढ़ा वितरण तत्काल किया जाना सुनिश्चित किया जाए। जिला आयुर्वेद अधिकारी ने इस संबंध में जानकारी संलग्न प्रपत्र में व्हाट्सएप के माध्यम से प्रतिदिन मुख्य कार्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए तथा प्रतिमाह मासिक रिपोर्ट में भी पृथक से भी जानकारी देने के निर्देश दिए।
जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. रमाकांत शर्मा ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए जनसामान्य की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होनी चाहिए। जनसामान्य की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होने से वैश्विक महामारी कोविड-19 के संक्रमण से बचाव की संभावनाएं बढ़ जाती है। इस हेतु आयुर्वेदिक उपाय निम्नानुसार पूरे दिन गर्म पानी पीना। जिले में नागरिकों को कोविड से सुरक्षा के लिए काढ़ा वितरण किया जा रहा है। प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट योगासन, प्राणायाम एवं ध्यान करना। हल्दी, जीरा, धनिया एवं लहसुन आदि मसालों का भोजन में प्रयोग करना। तुलसी 40 ग्राम, काली मिर्च 20 ग्राम, सोंठ 20 ग्राम,़ दालचीनी 20 ग्राम इन्हें सुखा कर पाउडर बनाकर हवा बंद डिब्बे बंद में रख लें और 3 ग्राम पाउडर को 150 एमएल पानी में उबाल कर दिन में एक से दो बार सेवन करना अथवा त्रिकटु पाउडर 5 ग्राम, तुलसी 3 से 5 पत्तियों 1 लीटर पानी में डालकर उबालें, आधा शेष रहने पर पियें। गोल्डन मिल्क- 150 मिली गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी चूर्ण मिलाकर दिन में एक से दो बार लेना। इस संबंध में भारत सरकार आयुष मंत्रालय द्वारा भी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।