कवर्धा
बाहरी व्यक्तियों के आने-जाने पर प्रतिबंध
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बोड़ला, 2 मई। विकासखण्ड मुख्यालय से 2 किलोमीटर दूर भोंदा नवापारा में कोरोना संक्रमण बढ़ते ही जा रहा है इसे लेकर गांव वालों ने गांव में किसी भी बाहरी व्यक्ति के आने-जाने को लेकर गांव पहुंचने के मार्ग पर सभी तरफ से बैरिकेट्स लगाकर बाहरी व्यक्तियों के आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
गौरतलब है कि ग्राम नवापारा में बीते कुछ दिनों से 15 से 20 कोरोना के मरीज पाए गए हैं, वहीं इससे लगे ग्राम भोंदा में भी कुछ पॉजिटिव मरीज मिलने से गांव वालों में भय एवं दहशत का माहौल बना हुआ है । दोनों गांव के ग्रामीणों ने एक राय से ग्राम भोंदा के प्रवेश द्वार दैहान के पास बस्ती के भीतर गली में इसके अलावा नवापारा जाने के रास्ते में लकडिय़ों के बैरिकेट्स लगा रखे हैं।
ग्रामीणों की मानें तो इससे वे गांव में कोरोना से खुद भी बच रहे हैं और सारे गांव वालों को ही बचा रहे है, इस काम के लिए दोनों गांव के ग्रामीणों ने सहमति बनाकर निर्णय लिया है। कोरोना की कहर से बचने के लिए दोनों गांव के ग्रामीणों ने शनिवार को बैठक कर ग्राम देवी की पूजा -अर्चना की गई है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा एहतियात के तौर पर सभी कोरोना मरीजों की पहचान कर उनको होम आइसोलेट कर दवाइयां दे दी है और मोबाइल के माध्यम से लोगों को समझाया जा रहा है।
सड़ रही हैं सब्जियां
ग्राम भोंदा एवं नवापारा मूलत: पटेलों की बस्ती है, यहां के 90फीसदी लोग बाडिय़ों व खेतों में पुश्तैनी रूप से सब्जियों का धंधा करते हैं और अभी भी उनके खेत व बाडिय़ों में जमकर सब्जियां लगी हुई कोरोना काल के समय इन्हीं गांव से बोड़ला ,चिल्फी सहित आसपास के दर्जनों से अधिक गांव में सब्जी की आपूर्ति की जाती रही है। कोरोना के चलते गांव में बैरिकेट्स लग जाने से गांव वाले भी खेतों में नहीं पहुंच रहे हैं जिससे गांव के 90 फीसदी खेतों बाडिय़ों में लगी सब्जियां खेतों में ही सड़ रही हैं। खेतों में सब्जियों की तुड़ाई बन्द होने के चलते बोड़ला, चिल्फी और आसपास के गांव में सब्जियों के दामों में दुगनी वृद्धि हो गई है । पहले जो टमाटर 5 रुपये किलो में मिलता था वह अब 10 रु. किलो में मिल रही है, इसी प्रकार से प्रत्येक सब्जियों के भाव में दोगुनी वृद्धि से लोग परेशान हो रहे हैं।
संक्रमण के विषय में इन दोनों गांव के ग्रामीणों का मानना है कि इन्हीं सब्जी बेचने वालों के चलते गांव में संक्रमण बढ़ा है, गांव के युवा बड़ी संख्या में पूरे क्षेत्र में फेरी लगाकर सब्जी बेचने का काम करते थे जिससे ही गांव में कोरोना का संक्रमण बढ़ा है और इससे बचने ग्रामीणों ने बेरिकेट्स लगाया है।