महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 2 मई। जिले में तंदूपत्ता संग्रहण कार्य शुरू करने के लिए सारी तैयारियां कर ली गई हैं। यह कार्य इसी सप्ताह शुरू होने वाला है। जिले के 786 पेड़ों में होगा तेंदूपत्ता का संग्रहण कार्य। इससे जिले के 90 हजार से अधिक परिवारों को 38.16 करोड़ रुपए का सीधा लाभ मिलेगा।
केंद्र व राज्य सरकार द्वारा इसके संग्रहण, परिवहन व भंडारण के कार्य को कोरोना के महामारी के समय भी प्रतिबंधित नहीं किया है। जिले में 75 प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों के अंतर्गत 786 फड़ों में तेंदूपत्ता संग्रहण शुरू होगा। जिसकी पूरी तैयारियां कर ली गई हैं।
वनमण्डलाधिकारी पंकज राजपूत ने बताया कि तेंदूपत्ता संग्रहण की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। सभी फड़ों में फड़ मुंशी और फड़ अभिरक्षकों की ड्यूटी लगाई जा चुकी है।
तेंदूपत्ता संग्रहण के इस कार्य को कराने के लिए उप वनमंडलाधिकारी व परिक्षेत्र अधिकारियों को जोनल अधिकारी नियुक्त किया गया है। 75 प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों में समिति प्रबंधक के साथ उप वनक्षेत्रपालए वनपाल व वनरक्षक स्तर के अधिकारी-कर्मचारियों को पोषक अधिकारी नियुक्त किया है। महामारी के दौर में तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य में सभी समितियों को कोरोना के गाइड लाइन का ध्यान रखना होगा। तेंदूपत्ता संग्रहण वर्ष 2021 में संग्रहण लक्ष्य 95 हजार 400 मानक बोरा निर्धारित किया गया है। प्रतिमानक बोरा चार हजार रुपए की दर से लगभग 90 हजार तेंदूपत्ता संग्राहक परिवार को 38 करोड़ 15 लाख रुपए का संग्रहण पारिश्रमिक राशि का भुगतान किया जाएगा। जिला यूनियन 75 समितियों के 69 लाटों में से 64 लाटों में अग्रिम क्रेता नियुक्त हुए हैं। 5 लाटोए समितियों में अग्रिम क्रेता नियुक्त नहीं होने के कारण विभागीय संग्रहण किया जाएगा।