महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 3 मई। आज सुबह से ही आसमान में काली घटाएं दिखाई दे रही हैं। आज तीसरे दिन भी जिले में कभी धूप-कभी छांव वाली मौसम है। वैसे चक्रवात द्रोणिका का असर शनिवार शाम से महासमुंद जिले में भी दिखने लगा है।
शनिवार देर रात तेज हवाओं के साथ बूंदा-बंदी हुई। रविवार सुबह से आसमान पर बादल छाए रहे। बदली की वजह से अधिकतम तापमान में 5 डिग्री पारा गिरा। लेकिन उमस से लोग परेशान थे। कहा जा रहा है कि आगामी 2 दिनों तक अधिकतम तापमान में कोई खास बढ़ोतरी नहीं होगी और शाम को बूंदा बांदी होने की संभावनाएं बनी है। इस वक्त न्यूनतम पारा एक-दो डिग्री गिर गया है।
मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि चक्रीय चक्रवाती घेरा उत्तर पूर्व मध्य प्रदेश और उसके आसपास 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। यहीं से एक द्रोणिका मणिपुर तक 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। एक चक्रीय चक्रवाती घेरा दक्षिण मध्य महाराष्ट्र के ऊपर 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में बंगाल की खाड़ी से नमी आने के कारण प्रदेश में बादल छाए हुए हैं। आज 3 मई को भी आंशिक रूप से बादल छाए रहने तथा प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पडऩे की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने तथा अंधड़ चलने की संभावना भी है। प्रदेश में अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने संभावना नहीं है।
वैज्ञानिकों के मुताबिक द्रोणिका का असर अगामी सात दिनों तक रहेगा। इसके कारण अधिकतम तापमान में कोई खास बढ़ोतरी नहीं होगी। लेकिन अधिकतम तापमान 40 डिग्री तक ही रहेगा। इन दिनों शाम को बारिश होने की संभावना भी बनी रहेगी। आगामी 10 मई के बाद मौसम खुलेगा। इसके बाद 6 दिनों तक सूर्य की तेज गर्मी से लोग हलाकान होंगे। अधिकतम पारा में तीन से चार डिग्री बढ़ोतरी होगी। मालूम हो कि मौसम बदलने से लोगों के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ रहा है। गर्मी फिर रात में ठंड के कारण खरास, खांसी व सर्दी हो रही है।