कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 5 मई। विगत दिनों जिले में राज्य शासन के निर्देशानुसार टीकाकरण का कार्य जिला प्रशासन द्वारा निरंतर किया जा रहा है। जिसके लिए सभी विभागों व जनप्रतिनिधियों के द्वारा लोगों को जागरुक कर टीके लगवाने हेतु प्रेरित किया जा रहा है।
इसी क्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम द्वारा प्रशासन की सहयोग के लिए जिन स्थानों पर टीकाकरण किया जाना है। उन ग्रामों में टीकाकरण के लिए लोगों को जागरूक करने सभाओं के माध्यम से जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। अब तक कोण्डागांव जिले के अंतर्गत 50 से अधिक ग्रामों में जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा सभाएं आयोजित की जा चुकी हैं।
इसके तहत 3 मई को जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा जिले के सुदूर वनांचलों में बसे माडग़ाव के आश्रित ग्राम भंडारपाल व कुदाड़वाही, ग्राम पंचायत कुएँ के आश्रित ग्राम कुमुड़ व चेरबेड़ा, ग्राम पंचायत उमरादहा, ग्राम पंचायत होनहेड के आश्रित ग्राम घोडाझर, उपरचन्देली, उपरमुरवेंड,ग्राम पंचायत गढ़धनोरा के आश्रित ग्राम राँधा, तुमुसकोनाड़ी में दौरा कर लोगों को टीके के फायदे व कोरोना से बचाव की एकमात्र उपाय के रूप में टीके को बताते हुए लोगों को गोंडी भाषा में अधिक से अधिक टीका लगवाने की अपील करते हुए कहा कि गोंडी संस्कृति को बचाना हम सभी का कर्तव्य है। जिसके लिए टीकाकरण कराना अति आवश्यक है, ताकि हम सब जिंदा रहें और गोंडी संस्कृति को आगे बढ़ाएं। प्रशासन-शासन द्वारा नि:शुल्क टीका सभी को लगवाया जा रहा है। यह हमारी संस्कृति को बचाने का एक सफल प्रयास है। आज कई जनजातियां खत्म होने के कगार पर हैं। ऐसा ना हो कि हमारी गोंडी संस्कृति भी समाप्ति की ओर चली जाए। इसका हमें ख्याल रखना है। हम जिंदा रहेंगे तो ही हमारी संस्कृति भी जिंदा रहेगी, इसीलिए कोरोना का टीका अवश्य लागवाईये।
इससे पहले 2 मई को उनके द्वारा गौरगाँव, सिदावंड, गुडऱीपारा, प्रधानचेर्रा, अडेंगा, बाण्डापारा, एटे कोनहाडी, निरा छिंदली, ऊंदरी, सिंगनपुर, टाटीरास, गारका, गुलबापारा, बटराली, कोदोभाट पहुंच जागरूकता शिविर लगाया गया था। जहां ग्राम के पटेल, गायता, पुजारी, सरपंच, पंचगण, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, शिक्षक, मितानिन, वरिष्ठ जनों के साथ उन्होंने टीकाकरण के सम्बंध में चर्चा की थी। इस दौरान उनके साथ जनपद पंचायत सीईओ एसके नाग, तहसीलदार राकेश साहू, सीडीपीओ दीपेश बघेल सहित अन्य कर्मचारी व ग्रामीण जन उपस्थित रहे।
ज्ञात हो कि ग्रामों में विभिन्न माध्यमों से प्राप्त भ्रामक जानकारियों के कारण टीके के प्रति लोगों में डर का माहौल बन गया था। जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा चलाए जा रहे लगातार अभियान से सकारात्मक नतीजे सामने आते दिख रहे हैं। जिन-जिन गांवों में उनके द्वारा सभाएं की गई। वहां टीकाकरण का प्रतिशत बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है व वे ग्रामीण जो अब तक टीके के संबंध में जानकारी ना होने कारण विरोध कर रहे थे। उनके द्वारा भी टीकाकरण अभियान के लाभों को जानने के बाद उसका जोरों से सहयोग व प्रचार किया जा रहा है।