बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल, 7 मई। कसडोल तहसील क्षेत्र के किसानों को अच्छी धान की फसल को देखकर हर्ष का माहौल था, किंतु फसल तैयार होते ही जंगली जानवर के अलावा हाथियों के ग्रामीण क्षेत्रों में दस्तक से लोगों को जान माल का भय सता रहा है।
जंगल इलाके के करीब 100 ग्रामों की फसल बचानें की चिंता किसानों को सताने लगी है। हाथियों के भय से लोग जो पहले जंगली जानवरों सुअर, हिरन, सांभर, गवर, वनभैंसा आदि से बचाने मचान में रतजगा करते थे, वह भी बंद हो गया है। किसानों ने फसल को अब भगवान भरोसे छोड़ दिया है।
12 से 15 हाथियों की एक साथ दस्तक
बलौदाबाजार वन मण्डल का सर्वाधिक घना जंगल 8 वनपरिक्षेत्रों में सटा हुआ है। अभ्यारण्य बार नवापारा एवं कोठरी के जंगल को विगत 3 साल से स्थाई निवास बनाकर उक्त सभी वन परिक्षेत्रों के ग्रामों में फसलों के नजदीक दस्तक देना शुरू कर दिया है। पिछले 2 सप्ताह से लवन परिक्षेत्र के ग्रामों औरई, बरबसपुर, खैरा, अर्जुनी आदि गांवों को परेशान कर रखा है। ग्राम खैरा के बुजुर्ग पति पत्नी जो लासा संग्रहण करने जंगल गए थे, हाथियों ने कुचलकर मार डाला है।
हाथियों का दल पहुंचा सोनाखान-देवपुर के गांव
प्राप्त जानकारी के अनुसार गत दिनों कोठरी परिक्षेत्र के जंगल से मुख्यालय कोठारी से सडक़ पारकर देवपुर के ग्राम चनहाट के तालाब में 12 से 15 हाथियों के दल जिसमें 3 शावक को शाम पानी पीते तथा नहाते देखा गया है। गांव में थोड़ी देर दहशत व्याप्त हो गया। किन्तु किसी प्रकार का नुकसान किए दुबके ग्रामीण पुन: अचानक पुर के जंगल की ओर वापस होते देखा है। जिसे दल के साथ पुन: सिचाई तालाब नवागांव के किनारे सडक़ पार करते हुए करीब 7 से 8 बजे के बीच नवानगांव के खेतों में देखा गया।
गांव के तीजराम रामसिंग शुभराम ठाकुर धरम यादव अमृत भुवन आदि का कहना है कि खेतों में हाथियों के पहुंचने के पहले ही सैकड़ों ग्रामीण जो इक_े थे हो हल्ला कर जंगल की ओर भगाने में सफल हुए। उक्त हाथियों का दल सोनाखान परिक्षेत्र के गांव से अभ्यारण्य के सटे ग्राम तालदादर के खेतों के नजदीक देखा गया। जिसे ग्रामीणों के सामूहिक प्रयास से बगैर नुकसान के जंगल भगाने में सफल हुए।
18 हाथियों की पुष्टि
परिक्षेत्र अधिकारी देवपुर ने 4 मई का हवाला देते हुए 18 हाथियों की पुष्टि किया है। जिसमें मंगलवार को सुबह 15 हाथियों के दल को देवगढ़ घाट पार करते तेन्दुचुआ गांव के पास ग्रामीणों ने देखा है, जो गांव की फसल को बगैर फसल को नुकसान पहुंचाए वाच टावर तालाब होते जंगल की ओर जाते देखा गया है।
परिक्षेत्र अधिकारी पंचराम यदु के अनुसार रात को ग्राम धमलपुरा के कक्ष क्रमांक 289 के जंगल की ओर भगाया गया, जबकि इसी दरम्यान ग्राम गिद्धपुरी पकरीद के खेतों के नजदीक देखा गया।
रेंजर का कहना है कि वन कर्मियों द्वारा ग्रामीणों के सहयोग से भगाया गया है। बताया गया कि सिर्फ 2 किसानों के करीब सवा एकड़ फसल को नुकसान हुआ है। प्रभावित ग्रामों को मुनादी कराकर सतर्क कर दिया गया है।